बीते कई महीनों से पाकिस्तान बाढ़ की विभिषका झेल रहा है. देश का एक तिहाई हिस्सा इस समय बाढ़ में डूबा है. 1200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच हर तरफ से मदद की गुहार भी लगाई जा चुकी है. मदद दी भी जा रही है. आज अमेरिकी कांग्रेस सदस्य शीला जैक्सन(Sheila Jackson) और टाम सुओजी (Tom Swazi) पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पाकिस्तान के दौरे पर आ रहे हैं.जियो न्यूज के अनुसार, अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य सिंध में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे.
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ध्रुवीय इलाकों के बाद पाकिस्तान में सबसे ज्यादा ग्लेशियर हैं. अब बाढ़ से मची तबाही के बाद यह भी सामने आया है कि यह पिघलते ग्लेश्यिर भी इस विभिषका को और बढ़ा रहे हैं. बढ़ते तापमान के कारण ये तेजी से पिघल रहे हैं. ऐसे में कहीं ना कहीं जलवायु परिवर्तन औऱ ग्लोबल वार्मिंग भी इस बाढ़ की वजह है. इसे लेकर अभी से सतर्क रहने की चेतावनी भी दी जा रही हैं.
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वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का कहना है कि देश के इतिहास में बाढ़ से पैदा हुई यह अब तक की सबसे बुरी स्थिति है. घर, खेत और संसाधनों को मिलाकर अब तक 10 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका है. ऐसी बाढ़ में जब उपजाऊ मिट्टी बह जाती है तो जल और खाद्य संकट की स्थिति भी पैदा हो जाती है.
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हालात ये हैं कि पाकिस्तान के नक्शे में बने ज्यादातर हरे निशान नीले हो चुके हैं. इसकी तस्वीरें NASA की अर्थ ऑब्जरवेटरी भी जारी की हैं. पहली तस्वीर 4 अगस्त 2022 की, जिसमें ज्यादातर इलाके हरे नजर आ रहे हैं. दूसरी तस्वीर 28 अगस्त 2022 की है, इसमें ज्यादातर इलाके नीले यानी पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं.
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पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान के मुताबिक 3 करोड़ से ज्यादा आबादी इस बाढ़ से प्रभावित है. 1 करोड़ से ज्यादा लोगों के घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं. वहीं नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट टीम की मानें तो 5 हजार किमी की सड़कें भी बर्बाद हो गई हैं.
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इस बाढ़ के दौरान देश की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल और भी बुरा हो गया है. WHO के अनुसार पाकिस्तान के 800 से ज्यादा हेल्थ सेंटर्स व अस्पताल बुरी तरह नष्ट हो गए हैं. इस वजह से करोड़ों लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचना और इलाज करा पाना मुश्किल हो गया है.
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इस बीच यूनाइटेड नेशंस टीम की तरफ से पाकिस्तान के कई समुदायों को 71 हजार से ज्यादा राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई हैं. इनमें टेंट, कुकिंग स्टोव, कंबल, सोलर लैप, चटाइयां इत्यादि शामिल हैं.