पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने नवाज शरीफ उनके भाई शहबाज शरीफ और दूसरे विरोधी नेताओं पर जमकर जुबानी तंज चलाए. इस्तीफे की मांग से आग बबूला इमरान ने विपक्षियों के लिए खासे अपमानजक शब्दों का भी इस्तेमाल किया है.
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इमरान खान ने पीडीएम को संसद में प्रस्ताव पेश करने की चुनौती देते हुए बेहद तल्ख भाषा का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि इसमें विफल रहने के बाद विपक्ष को इसका नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने विपक्षी नेता मौलाना फजलुर रहमान को 'फजलू डीजल' कह डाला. इसके बाद भी पाक पीएम नहीं रुके और आसिफ अली जरदारी को 'सिनेमा की टिकट ब्लैक में बेचने' वाला बताया. पूर्व पीएम नवाज शरीफ को 'भगोड़ा और अपराधी' कहा तो शहबाज शरीफ को उन्होंने 'जनरलों के जूते पालिश करने वाला' तक कह दिया.
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पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने इमरान खान के खिलाफ लड़ाई की घोषणा की है. वह इन दिनों एक जुलूस मुहिम चला रहे हैं जिसमें इमरान खान का इस्तीफा मांग रहे हैं. यह जुलूस अभी पंजाब में है. बता दें कि पाकिस्तान में राजनीतिक तौर पर पंजाब बेहद अहम प्रदेश है. बिलावल की पार्टी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पाक पीएम को बौखलाया हुआ और छोटी सोच का शख्स करार दिया है.
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार पर लंबे समय से हमलावर रहे हैं. अपने चुनाव प्रचार में भी उन्होंने शरीफ को भगोड़ा कहा था. अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए इमरान ने नवाज शरीफ को देश के पैसे लूटकर भागने वाला करार दिया है. इसके बाद भी वह नहीं रुके और उन्होंने शहबाज शरीफ के लिए कहा, 'वह क्या है... क्या है... जनरलों का बूट पॉलिशर...'
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पाकिस्तान के पूर्व पीएम आसिफ अली जरदारी पर भी इमरान खान ने खूब जुबानी तंज चलाए हैं. उन्होंने जरदारी को सिनेमा का टिकट ब्लैक में बेचने वाला कहा. बता दें कि जरदारी का परिवार पाकिस्तान के मशहूर कारोबारी घरानों में हुआ करता था. उनके परिवार का सिनेमा हॉल का बिजनेस भी था. खुद जरदारी ने भी एक फिल्म में बतौर बाल कलाकार अभिनय किया है.
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इस वक्त पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ माहौल बना हुआ है. घरेलू मोर्चे पर अर्थव्यवस्था बेहाल है और बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से आम लोग परेशान हैं. विपक्षी दल इमरान की विदेश नीति पर भी जमकर सवाल उठा रहे हैं. अगस्त 2008 में जब जरदारी और नवाज शरीफ ने बैठक की थी तो 10 दिनों में ही मुशर्रफ को देश छोड़ना पड़ा था. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों ऐसी ही बैठक जरदारी के घर पर हुई थी जिसमें नवाज शरीफ, शहबाज शरीफ समेत कई विपक्षी नेता शामिल हुए थे.