उत्तर कोरिया ने गुरुवार को इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है. यूक्रेन संकट की वजह से पहले से ही वैश्विक चुनौतियां बनी हैं और अब उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण से हालात और मुश्किल होते दिख रहे हैं. यह कई साल में उत्तर कोरिया की ओर से सबसे अहम मिसाइल परीक्षण है. माना जा रहा है कि अक्टूबर 2020 में डीपीआरके मिलिट्री परेड में पहली बार दुनिया के सामने आई विशालकाय ह्वासोंग-17 मिसाइल हो सकती है.
Slide Photos
Image
Caption
इस मिसाइल ने दक्षिण कोरिया और जापान जैसे उत्तर कोरिया के पड़ोसी देशों के लिए नए संकट पैदा कर दिए हैं. साथ ही, अमेरिका को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि किम जोंग उन की यह बैलिस्टिक मिसाइल अमेरिका को भी निशाना बनाने में सक्षम है. जापानी अधिकारियों ने बताया कि इस मिसाइल ने आसमान में हजारों किमी की उड़ान भरी है. मिसाइल की ताकत का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि एक घंटे से अधिक समय तक आसमान में रहने के बाद यह जापान के जलक्षेत्र में गिरी थी.
Image
Caption
उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण पर पत्रकार चाड ओर कैरोल ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने आज पिछले कुछ साल में सबसे अहम मिसाइल परीक्षण किया। परीक्षण दिखाता है. यह अमेरिका और कोरिया गणराज्य (ROK) की राजयनिक पहुंच के ताबूत में आखिरी कील है. एक प्रमुख नई हथियार क्षमता हासिल कर ली गई है यह प्रायद्वीप पर एक बड़े तनाव की शुरुआत है.
Image
Caption
उत्तर कोरिया के मामलों पर नजर रखने वाले रणनीतिक जानकारों का कहना है कि किम जोंग उन ने पहले ही संकेत संकेत दिया था कि वह अब इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों और परमाणु हथियारों पर स्वघोषित परीक्षण प्रतिबंध नहीं मानेंगे. विश्लेषकों का कहना है कि आज का परीक्षण स्पष्ट संकेत हैं कि लंबी दूरी के हथियारों के परीक्षण पर उत्तर कोरिया पर लगा 5 साल का विराम अब खत्म हो गया है. उत्तर कोरिया के नए परमाणु परीक्षण जल्द शुरू होने वाले हैं.
Image
Caption
अगर ये होते हैं तो यह किसी के लिए भी चौंकाने वाली बात नहीं होगी. अब यह देखना अहम होगा कि क्या यथास्थिति में इस बड़े बदलाव से उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिका अपनी नीति में क्या बदलाव करता है. प्योंगयांग को परमाणु निरस्त्रीकरण पर मजबूर करने के लिए अमेरिका के पास कुछ विकल्प हैं. इस वक्त वॉशिंगटन की चिंता यूक्रेन के हालात हैं. ऐसे में देखना होगा कि बाइडेन प्रशासन अब क्या फैसला लेता है.
Image
Caption
दक्षिण कोरिया के सशस्त्र बलों ने गुरुवार को उत्तर कोरिया के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में अपनी कुछ प्रमुख मिसाइलों को शामिल करते हुए एक संयुक्त लाइव-फायर अभ्यास किया है. संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने यह जानकारी दी है. योनहाप न्यूज एजेंसी ने जेसीएस के हवाले से कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से समुद्र में एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने के घंटों बाद सेना ने पूर्वी सागर के आसपास जमीन, समुद्र और हवा से मिसाइलें दागीं हैं. इस अभ्यास का उद्देश्य उत्तर कोरिया को एक स्पष्ट जवाबी संदेश भेजना था.