यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच चल रही भीषण जंग अपने आखिरी दौर में पहुंच गई है. यूक्रेन मारियुपोल (Mariupol) शहर पर कब्जा कर चुका है. यह यूक्रेन का आखिरी गढ़ था जहां दोनों देशों के बीच कई दिनों से भीषण संघर्ष जारी था.
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मारियुपोल के स्टील प्लांट में यूक्रेनी सैनिक बड़ी संख्या में एकजुट होकर रूस का मुकाबला कर रहे थे. यहीं से रूसी सैनिकों को निशाना बनाकर यूक्रेनी सैनिक हमला बोल रहे थे. यह यूक्रेन के प्रतिरोध का आखिरी गढ़ था जो अब तबाह हो चुका है.
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मारियुपोल यूक्रेन का सबसे बड़ा शहर है. यहां पर कब्जा होते ही स्थितियां रूस के पक्ष में चली गई हैं. यह रूस के विजय की एक बड़ी वजह भी बनने वाला है. 260 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिक स्ट्रेचर पर लादकर अस्पताल भेजे गए हैं.
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स्टील प्लांट में कई बंकर बने हुए थे जहां से सैनिक लगातार अटैक कर रहे थे. रूसी हमले में 20,000 से ज्यादा नागरिक मारे गए हैं. दवाई, खाना, पानी और गर्मी की वजह से कई लोगों की जान चली गई. रूसी सैनिकों ने इस शहर पर भीषण बमबारी की थी. रूस ने यहां एक के बाद एक कई राउंड एयर स्ट्राइक की थी. एक थिएटर में ही 600 से ज्यादा लोग मारे गए थे. 83 दिनों से ज्यादा वक्त तक चले इस प्रतिरोध में हजारों लोग मारे गए हैं.
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रूसी सैनिक मारियुपोल जीत चुके हैं. रूसी काफिले सड़कों पर देखे जा रहे हैं. उन पर जेड निशान बना हुआ है. 24 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिकों को ले जाने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. यूक्रेनी मानवाधिकार संगठनों का दावा है कि रूस ने 3,000 से ज्यादा लोगों को बंधक बना रखा है. यह जंग अब यूक्रेन हार चुका है.
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यूक्रेन के सैकड़ों सैनिकों को रूस समर्थित अलगाववादी कंट्रोल रूम की ओर ले गए हैं. ज्यादा से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. रूस ने इस अभियान को सामूहिक आत्मसमर्पण कहा है.
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प्लांट से सैनिकों की निकासी के साथ शहर में यूक्रेन की हार पर मुहर लग गई है. यूक्रेन ने कहा है कि उसाक रेस्क्यू मिशन पूरा हो गया है. यूक्रेन के सैनिकों के अंतिम गढ़ स्टील प्लांट से सोमवार को 260 से ज्यादा सैनिकों को निकाला गया जिनमें से अधिकतर घायल थे. दोनों पक्षों के अधिकारियों ने कहा कि इन सैनिकों को अलगाववादियों के कब्जे वाले दो शहरों में ले जाया गया है. कुछ सैनिक अब भी अजोवस्तल स्टील प्लांट में हैं जिनकी संख्या के बारे में पता नहीं है.
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स्टील प्लांट करीब 11 वर्ग किलोमीटर से भी ज्यादा के क्षेत्र में फैला है. अब इस प्लांट को छोड़कर पूरे मारियुपोल शहर पर रूसी सैनिकों का कब्जा हो चुका है. संयंत्र पर पूर्ण कब्जा एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा. यह रूस को युद्ध की अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलाएगा और पूर्वी यूक्रेन के औद्योगिक गढ़ में कहीं और आक्रामक कार्रवाई के लिए सैन्य बलों को पहुंचाने में मदद कर सकता है.
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने कहा, 'यूक्रेन को जिंदा रहने के लिए अपने नायकों की जरूरत है. यह हमारा सिद्धांत है. गोलाबारी में तबाह हो चुके प्लांट से रेस्क्यू का काम जारी है. उनमें से कई सैनिक गंभीर रूप से घायल हैं. उन्हें चिकित्सा मदद दी जा रही है. उन्हें घर लाने का काम जारी है और इसके लिए संवेदनशीलता एवं समय की जरूरत है.' यूक्रेन की उप रक्षा मंत्री हन्ना मलियार ने कहा कि 260 से अधिक सैनिकों को संयंत्र से निकाला गया जिनमें से 53 गंभीर रूप से घायल थे. वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि 265 सैनिक निकाले गए जिनमें से 51 गंभीर रूप से घायल थे. (AP इनपुट के साथ) (फोटो क्रेडिट- Twitter@DefenceU और रॉयटर्स)