डीएनए हिंदी: नीदरलैंड में जल्द ही वर्क फ्रॉम होम को लेकर एक कानून बनने जा रहा है. बीते सप्ताह डच संसद के निचले सदन में इस संबंध में कानून पारित किया गया.अब इस पर सीनेट से मंजूरी मिलने का इंतजार है. फिलहाल नीदरलैंड में किसी भी कंपनी के मालिक अपने कर्मचारियों का बिना कोई ठोस कारण दिए वर्क फ्रॉम होम करने का अनुरोश अस्वीकार कर सकते हैं. नया कानून बनने के बाद ऐसा नहीं हो सकेगा. इसके बाद मालिकों को कमर्चारियों के वर्क फ्रॉम होम के निवेदन को अस्वीकार करने के लिए ठोस कारण देना होगा.
नीदरलैंड हमेशा से अपने कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर काफी सतर्क और सहज रहा है. कोविड-19 संक्रमण की वजह से शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम का कल्चर भी जब कर्मचारियों के लिए मुफीद साबित हुआ तो इसे लेकर आगे की रणनीति बनाने में यह देश पीछे नहीं रहा. अब बनने जा रहा कानून नीदरलैंड के फ्लेक्सिबल वर्किंग एक्ट 2015 में किया गया एक संशोधन है.यह एक्ट कर्मचारियों को काम के घंटे, समय और स्थान बदलने का निवेदन करने से जुड़ा अधिकार देता है. नीदरलैंड में यह कानून ऐसे समय में आया है जब दुनिया भर में कंपनियां अपने कर्मचारियों को वापस ऑफिस बुलाने के लिए संघर्ष कर रही हैं.
ये भी पढ़ें- Work From Home में एक से ज्यादा कंपनियों में काम कर रहे एम्प्लॉयी, IT कंपनियों को क्यों हो रही परेशानी?
किन देशों में पहले से हैं वर्क फ्रॉम होम से जुड़े कानून
पुर्तगाल में है ये सख्त नियम
यूरोपीय देश पुर्तगाल में वर्क फ्रॉम होम को लेकर सख्त कानून है. यहां कर्मचारियों की शिकायत थी कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान उनके काम के घंटे निश्चित नहीं रहते. उन्हें कभी भी काम के लिए फोन कर दिया जाता है. ऐसी शिकायतों के मद्देनजर यहां नया नियम बनाया गया. इसके तहत अगर कंपनी काम के बाद और घोषित छुट्टी के दिन कर्मचारियों को फोन या ईमेल करती हैं तो उन्हें दंडित किया जाएगा.यही नहीं वर्क फ्रॉम होम के दौरान कंपनियों को कर्मचारी का बिजली और इंटरनेट का खर्च भी देना होगा. खास बात यह है कि पुर्तगाल में अगर किसी कर्मचारी का बच्चा छोटा है तो वो उसके 8 साल की उम्र होने तक वर्क फ्रॉम होम कर सकता है.
अन्य देश
जर्मनी में भी वर्क फ्रॉम होम को लेकर खास नियम है. यहां किसी जरूरी परिस्थिति में वर्क फ्रॉम होम का विकल्प दिया जा रहा है.इसके अलावा आयरलैंड में भी हाइब्रिड वर्किंग की योजना है. इसके तहत यदि कोई कर्मचारी किसी वजह से वर्क फ्रॉम होम करना चाहता है तो कंपनी उसे मना नहीं कर सकती है. रूस में भी कर्मचारी घर से काम करने का विकल्प चुन सकता है. इसके लिए कंपनी को घर पर ही उसे दफ्तर से जुड़ी सभी चीजें उपलब्ध करानी होती हैं. इसके अलावा इटली और फ्रांस में भी वर्क फ्रॉम होम एक विकल्प बन चुका है.
ये भी पढ़ें- Work From Home का चलन होगा खत्म! हाइब्रिड वर्क मॉडल पर काम कर रहीं 73% से ज्यादा कंपनियां
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Work From Home law: इस देश में 'वर्क फ्रॉम होम' बन जाएगा अधिकार, इन देशों में पहले से हैं ये नियम