डीएनए हिंदीः ईरान में हिजाब विवाद (Iran Hijab Row) के बाद से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. सरकार के खिलाफ लोगों को विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है. लोगों के बढ़ते विरोध को देखते हुए ईरान ने 23 साल के एक लड़के को फांसी की सजा दे दी. मोहसिन शेखरी (Mohsen Shekari) नाम के इस युवक को फांसी देने से ईरान में माहौल और बिगड़ गया है. सरकार अब कर कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. 

किस आरोप में मिली सजा
मोहसिन को तेहरान में सड़क रोकने और सुरक्षा बल के एक जवान पर हमले के आरोप में 25 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उस पर इसके आरोप सिद्ध हो गए. आरोप है कि हमले में एक सैनिक की मौत भी हो गई थी. प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए ईरान की सरकार ने मोहसिन को 20 नवंबर को फांसी की सजा सुनाई. इसके बाद दिसंबर को उसे फांसी की सजा सुना दी गई. 

ये भी पढ़ेंः Vande Bharat Express: अब इस रूट पर शुरू होगी वंदे भारत ट्रेन, पीएम दिखाएंगे हरी झंडी
 
आखिर ईरान में क्यों मचा है बवाल?
ईरान में 22 साल की महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत पर इन दिनों खूब बवाल मचा हुआ है. महसा को ठीक तरीके से हिजाब ना पहनने पर हिरासत में लिया गया था. हिरासत में उसकी मौत के बाद ईरान में जमकर हंगामा हो रहा है. आरोप है कि उसे पुलिस ने इतना टॉर्चर किया कि उसकी जान चली गई. महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में महिलाओं ने हिजाब को लेकर आंदोलन कर दिया है. वे हिजाब उतारकर उन्हें जला रही हैं, बालों को काट रही हैं. महिलाएं सड़कों पर बगैर हिजाब निकल आईं और सरकार विरोध नारे (Protests) लगाने लगीं.

ये भी पढ़ेंः Air India फ्लाइट का रनवे पर टायर फटा, 173 यात्री लेकर काठमांडू से आ रही थी दिल्ली
 
आंदोलन ने कैसे पकड़ी रफ्तार?  
महसा अमीनी को ईरान पुलिस ने हिजाब ठीक से पहनने को ना लेकर हिरासत में लिया था. महसा अमीनी के कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिनमें उसके चेहरे और शरीर पर चोट के कई निशान थे. उसकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई. इसके बाद ईरान में तमाम लोगों ने ड्रेस कोड और उससे जुड़े कानूनों की आड़ में महिलाओं को हिरासत में लेकर उनके उत्पीड़न की बातें शुरू कर दीं. पूरे मामले में पुलिस ने जब जिम्मेदारी लेने से इनकार दिया तो आंदोलन तेज हो गया. महसा अमीनी की मौत के बाद सबसे पहले आंदोलकारी तेहरान के बाहरी इलाके में स्थित कासरा अस्पताल के बाहर एकत्रित हुए. यहीं मसहा को भर्ती कराया गया था. इसके बाद पूरे तेहरान में विरोध प्रदर्शन फैल गया. अमीनी साकेज शहर की रहने वाली थी. यहां भी प्रदर्शन तेज हो गए. पुलिस ने अंतिम संस्कार के वक्त लोगों की सीमित संख्या तय की थी लेकिन इसके बावजूद हजारों की संख्या में लोग उसकी कब्र के पास पहुंच गए. तेहरान यूनिवर्सिटी की फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट्स में भी सौ से अधिक छात्रों ने शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया.  

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
Who is mohsen shekari 23 Years Old First Execution Death penalty in iran hijab row know about him
Short Title
कौन है मोहसिन शेखरी जिसे दी गई फांसी की सजा?
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है.
Caption

ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है. 

Date updated
Date published
Home Title

कौन है मोहसिन शेखरी जिसे दी गई फांसी की सजा? 23 साल के लड़के से क्यों डरी ईरान की सरकार