डीएनए हिंदी: फरवरी के महीने में शुरू हुआ रूस और यूक्रेन का युद्ध थमता नजर नहीं आ रहा है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच फोन पर बात हुई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेलेंस्की से बातचीत के जरिए रूस से सभी मुद्दे सुलझाने की सलाह दी. दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन रूसी संघ के वर्तमान राष्ट्रपति के साथ कोई वार्ता नहीं करेगा. उन्होंने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को भारत के समर्थन के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन संकट का कोई "सैन्य समाधान" नहीं हो सकता. उन्होंने यह रेखांकित भी किया कि परमाणु प्रतिष्ठानों को खतरे में डालने के दूरगामी और विनाशकारी प्रभाव हो सकते हैं. PMO की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पीएम मोदी और जेलेंस्की ने यूक्रेन में जारी युद्ध पर बातचीत की और इस दौरान एकबार फिर दोहराया कि वार्ता और कूटनीति के जरिए ही इसका समाधान निकल सकता है.
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PMO ने कहा, "प्रधानमंत्री ने इस लड़ाई को शीघ्र समाप्त करने और वार्ता व कूटनीति के मार्ग पर आगे बढ़ने की आवश्यकता के अपने आह्वान को दोहराया." प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर दृढ़ विश्वास जताया कि इस संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार के शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए भारत तैयार है. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानूनों और सभी देशों की क्षेत्रीय एकता व सार्वभौमिकता का सम्मान करने के महत्व को एक बार फिर दोहराया.
"Ukraine will not conduct any negotiations with the current President of the Russian Federation," said Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy during a call with PM Modi
— ANI (@ANI) October 5, 2022
He also thanked the PM for India's support of Ukraine's sovereignty & territorial integrity. pic.twitter.com/oMrTQ9sip2
रूस ने कब्जाए यूक्रेन के इलाके
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गत शुक्रवार को यूक्रेन के लुहांस्क, दोनेत्सक, खेरसॉन और जापोरिज्जिया क्षेत्र के रूस में विलय का दावा किया था. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से पिछले दिनों हुई बातचीत में यूक्रेन में संघर्ष को जल्द समाप्त करने पर जोर देते हुए कहा था कि "आज का युग युद्ध का नहीं है." फरवरी में यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से दोनों नेताओं के बीच पहली बार आमने-सामने मुलाकात हुई है. समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के इतर एक द्विपक्षीय बैठक में पीएम मोदी ने यूक्रेन में अस्थिरता को जल्द से जल्द समाप्त करने का आह्वान करते हुए "लोकतंत्र, संवाद और कूटनीति" के महत्व को रेखांकित किया था.
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व्लादिमीर पुतिन से बात के लिए तैयार नहीं जेलेंस्की? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कही यह बात