डीएनए हिंदीः श्रीलंका में आर्थिक तंगी (Sri Lanaka Economic Crisis) के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. देश में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) इस्तीफा दिए बिना ही परिवार समेत मालदीव पहुंच गए. अब उनके खिलाफ मालदीव में भी प्रदर्शन हो रहे हैं. इससे स्थानीय सरकार पर भी दवाब बढ़ता जा रहा है. जनता के विरोध के बाद राजपक्षे ने मालदीव से सिंगापुर जाने की तैयारी कर ली है.
सरकार से की प्राईवेट जेट की मांग
गोटाबाया राजपक्षे सिंगापुर जाने के लिए देर रात वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई पहुंचे. बताया जा रहा है कि उन्होंने चार टिकट भी ले लिए. हालांकि बाद में सुरक्षा कारणों से उन्होंने यात्रा रद्द कर दी. एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है. इसी को देखते हुए उन्होंने सरकार से प्राईवेट जेट की मांग की है.
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राजपक्षे के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा
श्रीलंका में राजपक्षे के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है. कोरोना के बाद से ही यहां की आर्थिक स्थिति खराब होने लगी. लोग इसके पीछे राजपक्षे सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार बता रहे हैं. राजपक्षे परिवार के लोगों का ही राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, सिंचाई मंत्री, वित्त मंत्री और खेल मंत्री जैसे अहम पदों पर कब्जा था. इसी के कारण लोगों का मानना है कि श्रीलंका में आज जो हालात हैं वह इसी परिवार के कारण हैं. गोटाबाया के इस्तीफे के बाद लोगों ने प्रधानमंत्री के खिलाफ भी प्रदर्शन किया.
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रानिल विक्रमसिंघे बने कार्यवाहक राष्ट्रपति
श्रीलंका में गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भागने के बाद रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बना दिया गया. उन्होंने देश में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है. बता दें कि श्रीलंका में 20 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुना होना है. इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि श्रीलंका के हालात ठीक हो सकते हैं.
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मालदीव में भी गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ प्रदर्शन, अब इस देश में ले सकते हैं शरण