डीएनए हिंदी: यूक्रेन पर पिछले 9 महीने से बम बरसा रहे रूस का एक और घिनौना चेहरा सामने आया है. दक्षिणी यूक्रेन (Southern Ukraine) के खेरसान (Kherson) इलाके से रूसी सेना के पीछे हटने के बाद यहां एक सामूहिक कब्र मिली है, जिसे रूसी सेना के नरसंहार का सबूत माना जा रहा है. खेरसान शहर के करीब मौजूद छोटे से गांव प्रावडाइन (Pravdyne) में सोमवार को यह सामूहिक कब्र मिलने के बाद रूसी अत्याचार का नमूना देखकर ग्रामीण और पुलिस अधिकारी खौफजदा रह गए. इस दौरान बेहद ठंडे मौसम के बीच तेज बारिश भी उन लोगों को उस जगह से नहीं हटा सकी, क्योंकि हर एक को कब्र खोदे जाने के दौरान उसके अंदर से किसी अपने का शव मिलने का डर सता रहा था. एक्सपर्ट्स इस कब्र को रूस के युद्ध अपराध का पक्का सबूत मान रहे हैं.
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छह शव निकले, किसी की नहीं हो सकी पहचान
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सामूहिक कब्र से छह लोगों के शव बरामद हुए, जिन्हें हत्या करने के बाद यहां दफन किया गया था. इनमें से किसी को भी ग्रामीण पहचान नहीं सके. माना जा रहा है कि ये प्रावडाइन गांव के न होकर किसी अन्य जगह के रहने वाले थे. इस कब्र की जांच करने आए प्रॉसिक्यूटर कोस्टिएंटिन पोडोलियाक (Ukrainian Prosecutor Kostiantyn Podoliak) ने कहा, ये सभी यूक्रेनी नागरिक थे, जिनकी हत्या की गई है.
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सबसे पहले छोटी हड्डियां, सबसे आखिर में गोल के छेद वाली खोपड़ियां मिलीं
कब्र से सबसे पहले छोटी हड्डियां मिलीं. इसके बाद रस्सियों से बंधे हुए हाथ और सबसे आखिर में गोली के छेद वाली खोपड़ियां मिलीं, जिनके मुंह खुले हुए थे और दांत कीचड़ की काली-मोटी परत से ढके हुए थे. हालांकि यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूसी निर्दयता का यह नजारा यूक्रेन के हर उस इलाके में दिखाई दे रहा है, जहां से रूसी सेना पीछे हटी हैं.
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8 महीने तक रूसी अत्याचार सहा खेरसान इलाके ने
दक्षिणी यूक्रेन में खेरसान और उसके आसपास के गांव करीब 8 महीने तक रूसी सेना के कब्जे में रहे. यूक्रेन का आरोप है कि इस दौरान वहां रूसी सेनाओं ने जमकर अत्याचार किए. रूसी सेना ने यह इलाका महज 2 सप्ताह पहले ही खाली किया है. इसके बाद स्थानीय नागरिक सड़कों पर जश्न मनाते हुए दिखाई दिए. उन्होंने यूक्रेनी झंडे लहराए, यूक्रेनी सेना के सैनिकों को गले लगाया और कॉन्यैक के गिलास उठाकर खुशी का इजहार किया. अब कुछ दिन बाद रूसी सेना के अत्याचारों के सबूत सामने आने लगे हैं.
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रूसी सेना जाने के बाद भी कर रही है हत्याएं
रूसी सेना ने भले ही खेरसान इलाका छोड़ दिया है, लेकिन उसके स्नाइपर और आर्टिलरी गन्स अब भी करीब 2,80,000 लोगों वाले खेरसान शहर और उसके आसपास हत्याएं कर रहे हैं. रूसी सेना अपनी आर्टिलगी गन्स से निप्रो नदी के पार मीलों दूर बैठकर भी खेरसान शहर पर बम बरसा रही है. स्थानीय नागरिकों के मुताबिक, इस बमबारी से पिछले सप्ताह में ही दर्जन भर से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं, जिनमें एकसाथ बैठकर आपस में कॉफी के घूंट साझा कर रहे थे.
खेरसान के नदी तट से सटे इलाके में लोग धूल से अटी दीवारों के पीछे छिपे रहने को मजबूर हैं. अधिकारियों के मुताबिक, जो लोग नदी से पानी लेने के लिए जाते हैं, उन्हें रूसी स्नाइपर्स मीलों दूर से अपनी गोलियों का निशाना बना रहे हैं. खेरसान रीजनल काउंसिल के प्रमुख ओल्कसांद्र सामोयेलेंको ने कहा, वे हमें भयभीत करना चाहते हैं. जब तक हम खेरसान के आसपास के इलाके को आजाद नहीं करा लेते, तब तक खेरसान भी सही मायने में स्वतंत्र नहीं महसूस कर पाएगा.
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यूक्रेन के इस इलाके में मिली सामूहिक कब्र, पढ़ें रूसी सेना के खौफनाक नरसंहार की कहानी