Global Supply Chain: गाजा संघर्ष के बीच यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हमलों की एक क्रम चलाई है, जिससे वैश्विक सप्लाई चेन गंभीर रूप से प्रभावित हुई है. इन हमलों ने पिछले एक साल में अरबों का नुकसान किया है, जिसमें लाल सागर से गुजरने वाले महत्वपूर्ण वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाया गया है. अब एक नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि रूस ने हूती विद्रोहियों को सहायता के रूप में सैटेलाइट इमेज की आपूर्ति की है, जो उनकी सटीकता को संभव बना रहे हैं.
इस रिपोर्ट के माध्यम से सामने आई जानकारी
अमेरिकी समाचार संगठन वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, रूस ने ईरान के माध्यम से इन सैटेलाइट चित्रों को हूती विद्रोहियों तक पहुंचाया, जिससे वे लाल सागर में मिसाइल और ड्रोन हमलों को बेहतर तरीके से अंजाम देने में सक्षम हुए हैं. वहीं रिपोर्ट में ये जानकारी यूरोपीय रक्षा अधिकारियों के हवाले से सामने आई है. लाल सागर के इन हमलों के कारण अमेरिका और ब्रिटेन ने क्षेत्र में अपने नौसैनिक तैनात कर दिए हैं, और यमन में हूती ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई भी की है. संगठन ‘आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डाटा’ (ACLED) के मुताबिक, इस साल हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में 130 से अधिक हमले दर्ज किए गए हैं, जिसमें कई जहाज डूब चुके हैं और 4 नाविकों की गई है.
रूस भी कर रहा प्रतिबंधों का सामना
हूती विद्रोही यमन के बड़े हिस्से पर कंट्रोल रखते हैं और उनके हमले गाजा संघर्ष के बाद से शुरू हुए हैं, जिसे वे फिलिस्तीन के साथ समर्थन के प्रतीक के रूप में देखते हैं. इस समय रूस भी पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का सामना कर रहा है. इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किया जा रहा है. रूस ने हाल ही में ब्रिक्स समिट के माध्यम से अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, जिसमें दुनिया की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व शामिल है.
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हूतियों के हमले से दहला लाल सागर, क्या ईरान-इजरायल संघर्ष में हो चुकी है रूस की एंट्री?