डीएनए हिंदी: अमेरिका में मृत्युदंड के लिए पहली बार एक नया तरीका अपनाया गया है. अमेरिका के अलबामा में मौत की सजा पाए एक शख्स को फांसी पर न लटकाकर उसे गैस सुंघाकर मारा गया है. इसी के साथ अमेरिका में मृत्युदंड को लेकर एक बार फिर से बहस शुरू हो गई है. राज्य की सरकार का कहना है कि फांसी की तुलना में यह मानवीय तरीका है लेकिन आलोचकों ने इसे क्रूर और प्रयोगात्मक कहा है. जिस शख्स को यह जा दी गई थी उसे 1988 में सुपारी लेकर हत्या करने के मामले में दोषी पाया गया था. 2022 में भी उसे मृत्युदंड देने का प्रयास किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि 58 वर्षीय केनेथ यूजीन स्मिथ को एक फेस मास्क के जरिए गुरुवार को नाइट्रोजन गैस सुंघाई गई, जिसके कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी से उसकी मौत हुई. स्मिथ को अलमाबा जेल में रात 8 बजकर 25 मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया. अमेरिका में 1982 के बाद से घातक इंजेक्शन देकर मौत की सजा देने का प्रावधान शुरू हुआ था और तभी से मृत्युदंड देने के लिए आमतौर पर यही तरीका अपनाया जाता है.
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पहली बार दी गई ऐसी सजा
अमेरिका में नाइट्रोजन सुंघाकर मौत की सजा देने का यह पहला मामला है. राज्य ने एक व्यक्ति से सुपारी लेकर उसकी पत्नी की हत्या करने के 1988 के मामले में दोषी स्मिथ को 2022 में भी मृत्युदंड देने की कोशिश की थी लेकिन उस समय किसी तकनीकी समस्या के कारण इसे अंत समय पर रोक दिया गया था. नए तरीके से सजा दिए जाने के खिलाफ कानूनी लड़ाई हार जाने के बाद स्मिथ को नाइट्रोजन सुंघाकर मृत्युदंड दिया गया.
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स्मिथ के वकीलों ने दावा किया था कि राज्य सजा के ऐसे तरीके का प्रयोग करने के लिए उसे परीक्षण वस्तु की तरह इस्तेमाल कर रहा है जो दंड देने के क्रूर एवं असामान्य तरीके पर संवैधानिक प्रतिबंध का उल्लंघन कर सकता था. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार रात स्मिथ की इस याचिका को खारिज कर दिया.
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पहली बार गैस सुंघाकर दी गई मौत की सजा, मृत्युदंड में नहीं दी गई फांसी