नोबेल शांति पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश का मुख्य सलाहकार बनाकर अंतरिम सरकार बनाने का फैसला किया गया है. इस सरकार के बाकी सलाहकारों के साथ बांग्लादेश के राजनीतिक दलों से बातचीत की जाएगी और फिर फैसला लिया जाएगा. मंगलवार रात ढाका के बंगभवन में राष्ट्रपति, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के समन्वयकों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया. राष्ट्रपति शहाबुद्दीन के प्रेस सचिव ने मंगलवार देर रात यह जानकारी दी. मंगलवार रात राष्ट्रपति, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और और छात्र नेताओं के बीच हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. इस बैठक में अंतरिम सरकार की रूपरेखा और बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई.
नोबेल पुरस्कार मिला
मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कट्टर विरोधी हैं. शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना के बाद अब मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश का मुख्य सलाहकार बनाकर अंतरिम सरकार बनाने का फैसला किया गया है.'गरीबों के बैंकर' के रूप में पहचाने जाने वाले यूनुस और उनके द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंक को 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला चुका है.
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शेख हसीना कहां हैं?
बांग्लादेश और पीएम का पद छोड़ने के बाद फिलहाल पूर्व पीएम शेख हसीना कुछ दिनों तक भारत में ही रह सकती हैं. उनकी ब्रिटेन में पनाह मिलने की उम्मीद टूटती जा रही है. वहां की सरकार ने ऐसे संकेत दिए हैं कि ब्रिटेन पहुंचने पर उनके खिलाफ बांग्लादेश के प्रदर्शनों के चलते कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल शेख हसीना को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है.
वहीं, भारत में मंगलवार को सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, "शेख हसीना सदमे में हैं. सरकार बात करने से पहले उन्हें कुछ समय दे रही है. वे भविष्य को लेकर खुद फैसला लेंगी." कयास हैं कि वे लंदन या फिनलैंड जा सकती हैं.
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मोहम्मद यूनुस बने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया, प्रदर्शनकारियों की मांग पूरी