इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की मंगलवार को कोर्ट में पेशी हुई. उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पहली बार अदालत में गवाही दी. दरअसल, उनके ऊपर इजराइल में धोखाधड़ी, विश्वासघात और घूस लेने के 3 केस चल रहे हैं. इजरायली पीएम की ओर से इन मामलों में शामिल होने से इनकार किया गया.
कार्यवाही टालने की हुई थी मांग
इजराइली पीएम की ओर से गाजा में चलस रहे युद्ध और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही को आगे बढ़ाने की दलील दी गई थी. वहीं कोर्ट ने सुनाई शुरू करने के निर्देश दिए थे. इस सुनवाई को लेकर पूरी दुनिया की निगाह टीकी हुई है. सुनवाई के दौरान एक जज की ओर से कहा गया कि बाकी गवाहों के समक्ष उनके पास ये विशेष अधिकार है कि वो बैठे रहें या खड़े रहें. इन सारे केस में कुल 140 लोगों को गवाही के लिए कोर्ट की कार्यवाही में शामिल होना पड़ा था. इनमें से कुछ लोग इजरायली पीएम के नजदीकी थे, जो बाद में उनसे दूर हो गए थे.
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नेतन्याहू ने रखा अपना पक्ष
कोर्ट में गवाही देने आए नेतन्याहू ने अपना पक्ष रखा, साथ ही वो बोले कि सच बताने के लिए उनको 8 साल की प्रतीक्षा करनी पड़ी. उन्होंने खुद पर लगे इल्जामों को बेबुनियाद बताया. आगे उन्होंने बताया कि उनके स्टेटमेंट से अभियोजन पक्ष का केस समाप्त हो जाएगा.
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Israel: पहली बार कोर्ट में खड़े हुए बेंजामिन नेतन्याहू, करप्शन के मामले में दी गवाही