डीएनए हिंदी: भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pande) सोमवार को नेपाल की सेना के जनरल की ऑनरेरी रैंक से नवाजे गए. उन्हें नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी (Bidya Devi Bhandari) ने इस सम्मान से नवाजा. इसके लिए काठमांडू (Kathmandu) में राष्ट्रपति भवन 'शीतल निवास' पर एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया था. भारतीय सेना भी नेपाली सेना प्रमुखों को अपना ऑनरेरी जनरल बनाती रही है.
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मित्रता की परंपरा के तहत दिया जाता है ये सम्मान
भारत और नेपाल के बीच मित्रता का रिश्ता है. इसके अलावा भी पुरातन काल से दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, शैक्षिक व आर्थिक रिश्ता रहा है. इसी तरह से दोनों देशों की सेनाओं के बीच भी लंबा जुड़ाव रहा है. इसी जुड़ाव को दिखाने के लिए एक-दूसरे के सेना प्रमुख को ऑनरेरी जनरल बनाए जाने की परंपरा की शुरुआत की गई थी.
The Chief of Army Staff of the #IndianArmy, General Manoj Pande, was conferred with the honorary rank of General of the #NepaliArmy by Bidya Devi Bhandari, President of #Nepal.
— IANS (@ians_india) September 5, 2022
He was honoured at a special ceremony at President's official residence, 'Shital Niwas', in Kathmandu. pic.twitter.com/cFUZrxsekk
सबसे पहले जनरल करियप्पा को दी गई थे ये उपाधि
भारत और नेपाल के बीच एक अघोषित समझौते के तहत सेना प्रमुख को ऑनरेरी जनरल चुने जाने की शुरुआत हुई थी. सबसे पहले आजादी के बाद भारतीय सेना के पहले 'कमांडर-इन-चीफ' जनरल केएम करियप्पा (General KM Cariappa) को इस उपाधि से सम्मानित किया गया था. फील्ड मार्शल करियप्पा को साल 1950 में तत्कालीन नेपाली राष्ट्रपति ने अपनी सेना का ऑनरेरी जनरल बनाया था. इसके बाद से ही यह परंपरा लगातार निभाई जा रही है.
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आपस में जुड़ी है दोनों देशों की सेनाएं
भारतीय सेना और नेपाली सेना का आपस में जुड़ाव बेहद गहरा है. हालिया सालों में दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर उभरे विवाद के बावजूद भारतीय सेना में नेपाली युवकों को जवान के तौर पर भर्ती किया जाता रहा है. नेपाली गोरखाओं की गोरखा बटालियन तो भारतीय सेना में अंग्रेजों की गुलामी के दौर से कायम है. इसे भारतीय सेना की बेहद खास बटालियन माना जाता है, जिसे कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं.
इसके अलावा नेपाल की सेना के जूनियर और सीनियर कमीशंड अफ़सरों को भारत में ही प्रशिक्षित भी किया जाता रहा है. नेपाली सेना के कई सेना प्रमुख भारत के नेशनल डिफेन्स कॉलेज (National Defence College) और इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) से ही अधिकारी बनकर निकले हैं.
पिछले कुछ साल में इन्हें मिल चुका है सम्मान
इससे पहले पिछले साल भारत दौरे पर नेपाली सेना प्रमुख जनरल प्रभुराम शर्मा (Nepal Army Chief General Prabhu Ram Sharma) को भारतीय सेना का ऑनरेरी जनरल नियुक्त किया गया था. उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने सम्मानित किया था. साल 2020 में तत्कालीन भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (General MM Narvane) और 2017 में तत्कालीन इंडियन आर्मी चीफ (बाद में CDS बने) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) को यह उपाधि दी गई थी. साल 2019 में नेपाली सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को भारत ने यह सम्मान दिया था.
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भारतीय सेना प्रमुख बने नेपाली आर्मी जनरल, जानिए क्यों मिला ये सम्मान और क्या है इससे जुड़ी परंपरा