डीएनए हिंदी: ब्रिटेन पर करीब 70 साल तक शासन करने के बाद गुरुवार को क्वीन एलिजाबेथ-II (Queen Elizabeth) का निधन हो गया. उन्होंने स्कॉटलैंड के बालमोरा कैसल में आखिरी सांस लीं. वे 96 वर्ष की थीं और किसी भी ब्रिटिश शासक के सबसे लंबे समय तक राज करने का रिकॉर्ड उनके नाम पर है. देर रात भारतीय समय के हिसाब से करीब 11 बजे ब्रिटिश रॉयल फैमिली के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से उनके निधन की जानकारी साझा की गई.
क्वीन एलिजाबेथ के बाद अब उनके बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) ब्रिटेन के किंग के तौर पर गद्दी संभालेंगे. उनके निधन के समय प्रिंस चार्ल्स के अलावा क्वीन के बड़े पोते प्रिंस विलियम भी मौजूद थे, जबकि छोटे पोते प्रिंस हैरी वहां पहुंचने वाले थे.
The Queen died peacefully at Balmoral this afternoon.
— The Royal Family (@RoyalFamily) September 8, 2022
The King and The Queen Consort will remain at Balmoral this evening and will return to London tomorrow. pic.twitter.com/VfxpXro22W
1952 में बनी थीं क्वीन ऑफ कॉमनवेल्थ
21 अप्रैल, 1926 को लंदन में जन्मीं एलिजाबेथ-II ने साल 1952 में अपने पिता जॉर्ज VI के निधन के बाद क्वीन ऑफ कॉमनवेल्थ के तौर पर गद्दी संभाली थी. करीब 16 महीने बाद जून, 1953 में उनकी ऑफिशियल ताजपोशी की गई थी. जॉर्ज VI को साल 1936 में उनके भाई एडवर्ड VIII की जगह गद्दी संभाली थी और इसी के साथ उनकी इकलौती संतान होने के कारण एलिजाबेथ का अगली महारानी बनना तय हो गया था.
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इससे पहले 20 नवंबर, 1947 को एलिजाबेथ की शादी ग्रीक और डेनमार्क के पूर्व प्रिंस फिलिप के साथ हुई. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान क्वीन ने भावी उत्तराधिकारी के तौर पर ऑक्जिलरी टेरिटोरियल फोर्स में सेवाएं दीं.
पीएम मोदी ने भी जताया शोक
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ब्रिटिश क्वीन के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने क्वीन के साथ अपनी दो बार हुई मुलाकातों की तस्वीर ट्वीट में साझा करते हुए उन्हें याद किया. प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भी दुनिया के कई राष्ट्रप्रमुखों और नामी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है.
I had memorable meetings with Her Majesty Queen Elizabeth II during my UK visits in 2015 and 2018. I will never forget her warmth and kindness. During one of the meetings she showed me the handkerchief Mahatma Gandhi gifted her on her wedding. I will always cherish that gesture. pic.twitter.com/3aACbxhLgC
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
दिन में ही हो गया था अनहोनी का अंदेशा
गुरुवार को बकिंघम पैलेस ने क्वीन एलिजाबेथ की तबीयत बेहद खराब होने की जानकारी दी थी. इसके साथ ही रॉयल फैमिली के सभी सदस्यों को बालमोरा कैसल बुला लिया गया था, जहां डॉक्टर क्वीन का इलाज कर रहे थे. रॉयल फैमिली के सदस्यों को बुलाए जाने की जानकारी मिलने पर लोगों को किसी अनहोनी के होने की आशंका हो गई थी. इसके बाद लंदन के बकिंघम पैलेस में होने वाली गार्ड चेंजिंग को भी रद्द कर दिया गया था. इसे शुक्रवार तक के लिए टाल दिया गया.
अपने शासन में सिमटता देखा अंग्रेजी राज
क्वीन एलिजाबेथ ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक शासक रहीं, लेकिन अपने 70 साल लंबे कार्यकाल में उन्होंने पूरी दुनिया में फैले अंग्रेजी औपनिवेशिक राज को सिमटते हुए भी देखा. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 1 दर्जन से ज्यादा ब्रिटिश प्रधानमंत्री, 14 अमेरिकी राष्ट्रपति बदलते देखे और 20 ओलंपिक खेलों की गवाह रहीं. उनके कार्यकाल की आखिरी ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) रहीं, जिन्हें महारानी ने दो दिन पहले मंगलवार को ही पद पर तैनाती की शपथ दिलाई थी.
तीन बार आई थीं भारत के दौरे पर
अपने कार्यकाल में क्वीन एलिजाबेथ तीन बार भारत के दौरे पर आई थी. सबसे पहली बार वे साल 1961 में आई थीं, जबकि दूसरी बार 1983 में और आखिरी बार भारत की आजादी की गोल्डन जुबली के मौके पर साल 1997 में यहां आई थीं.
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70 साल Britain की महारानी रहीं एलिजाबेथ-II का निधन, अब प्रिंस चार्ल्स पहनेंगे Kohinoor से सजा ताज