डीएनए हिंदी: पैगंबर मोहम्मद साहब पर दिए नूपुर शर्मा के बयान को लेकर आधिकारिक तौर पर कुवैत ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी. हालांकि, अपने ही देश में बयान के विरोध में प्रदर्शन करने वालों को कुवैती सरकार ने देशनिकाला का हुक्म दिया है. दरअसल, जुमे की नमाज के बाद ये सभी लोग मस्जिद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. कुवैत के कानूनों के अनुसार, प्रवासियों को धरना या प्रदर्शन आयोजित करने की अनुमति नहीं है. इन प्रदर्शनकारियों में कुछ भारतीय भी शामिल हैं. इन सभी प्रदर्शनकारियों को कुवैत सरकार ने नौकरी से निकालने के साथ ही इनके देश वापस भेजने का इंतजाम कर दिया है.
फहील क्षेत्र में मस्जिद के बाहर कर रहे थे प्रदर्शन
फहील क्षेत्र में रहने वाले कुछ प्रवासियों ने इस कानून को तोड़कर प्रदर्शन किया था. इसी पर सरकार की तरफ से संबंधित प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ऐक्शन लेने का आदेश दिया गया है. स्थानीय प्रशासन ने जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन का आयोजन करने वाले फहील क्षेत्र से प्रवासियों को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है.
इन प्रदर्शनकारी प्रवासियों को कुवैत के कानून का उल्लंघन करने के कारण निर्वासित किया जाएगा। इनमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित कई देशों के नागरिक शामिल हैं. इन सब पर कुवैत के कानूनों के मुताबिक एक्शन लिया गया है.
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प्रवासियों के लिए बहुत सख्त हैं कुवैती कानून
कुवैत के कानूनों के अनुसार, कुवैत में प्रवासियों को धरना या प्रदर्शन आयोजित करने की अनुमति नहीं है. फहील क्षेत्र में रहने वाले कुछ प्रवासियों ने इसके बाद भी प्रदर्शन किया था. स्थानीय प्रशासन ने इन प्रदर्शनकारियों पर बेहद सख्ती अपनाई है.
सरकार की तरफ से संबंधित प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ऐक्शन लेने का आदेश दिया गया है. सरकार का तर्क है कि कानून के उल्लंघन की अनुमति किसी सूरत में नहीं दी जा सकती है. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने से दूसरे देशों के प्रवासियों तक गलत संदेश जाएगा. प्रदर्शनकारियों को अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी है.
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दोबारा कुवैत में नहीं मिलेगा प्रवेश
प्रदर्शनकारियों के साथ कुवैत का कानून बेहद सख्ती से पेश आता है. इन प्रदर्शनकारियों को अब कभी दोबारा कुवैत में न तो प्रवेश मिलेगा और न ही कभी कुवैती क्षेत्र में नौकरी ही कर पाएंगे. अल राय की रिपोर्ट के अनुसार, जासूस उन्हें गिरफ्तार करने और निर्वासन केंद्र को सौंपने के काम में लग गए हैं.
इन प्रवासियों को उनके देशों में निर्वासित किया जाएगा. ऐसे लोगों को कुवैत में फिर से प्रवेश करने पर प्रतिबंध भी लगाया जा रहा है. कुवैत में भारत ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में बांग्लादेश और पाकिस्तान के नागरिक भी नौकरी करते हैं.
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Nupur Sharma के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को कुवैत ने दिया देशनिकाला, नौकरी भी गई