इजरायल ने 17 सितंबर को लेबनान में पेजर ब्लास्ट को अंजाम दिया था. इसके बाद से हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों पर आईडीएफ (IDF) की एयर स्ट्राइक हो चुकी है. 28 सितंबर को हिज्बुल्लाह के मुख्यालय पर हुई एयर स्ट्राइक में संगठन का कमांडर हसन नसरल्लाह और उसकी बेटी भी मारे गए हैं. सिर्फ 12 दिनों में इजरायल ने लेबनान को घुटने पर लाने का काम किया है. लगातार इजरायली हमले ने संगठन की पूरी कमर ही तोड़ दी है. मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया है, लेकिन पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि अपने दुश्मनों को नष्ट किए बिना वह पीछे नहीं हटने वाले हैं.
12 दिनों में इजरायल ने दिया सीक्रेट मिशन को अंजाम
इजरायल और हमास (Israel Hamas War) के बीच जंग पिछले साल अक्तूबर में शुरू हुई थी. उसके बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव बरकरार है. गाजा पट्टी का बड़ा इलाका बर्बादी की कगार पर है. हमास को नेस्तनाबूद करने में जुटी आईडीएफ (IDF) एक साथ कई मोर्चे पर जंग लड़ रही है. हमास के बाद इजरायल ने हिज्बुल्लाह पर हमला बोला है. 17 सितंबर को पहले पेजर ब्लास्ट हुए और फिर कुछ और ठिकानों पर हमले किए गए. इसके बाद 28 सितंबर को इजरायल ने अपने दशकों पुराने मिशन को अंजाम दे ही दिया. कमांडर नसरल्लाह समेत कुछ और टॉप कमांडर इजरायली हमले में मारे गए हैं.
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12 दिन में इजरायल ने हिज्बुल्लाह को घुटने पर ला दिया है, लेकिन इसके पीछे महीनों की सीक्रेट प्लानिंग थी. अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इजरायल ने हिज्बुल्लाह को तबाह करने के लिए महीनों पहले से ही तैयारी शुरू की थी. इसके लिए कई मोर्चे पर प्लानिंग की गई और फिर उसे अचूक तरीके से अंजाम दिया गया है. नसरल्लाह के सही लोकेशन को ट्रेस करने के लिए मोसाद के सीक्रेट एजेंट ने खुफिया ऑपरेशन अंजाम दिया, जिसके बाद यह कामयाबी मिली है.
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12 दिन में इजरायल ने हिज्बुल्लाह को किया मटियामेट, जानें तबाही की पूरी कहानी