डीएनए हिंदी: ईरान में हिजाब को लेकर जारी प्रदर्शनों पर सरकार की सख्ती जारी है. इस बीच स्थानीय अदालत ने एक प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुना दी है. इसके अलावा, कई अन्य प्रदर्शनकारियों को कैद की सजा दे दी है. हिजाब के मामले पर हो रहे प्रदर्शनों में यह पहला मामला है जब किसी को मौत की सजा सुनाई गई हो. ईरान में हिजाब पहनने की अनिवार्यता के खिलाफ लंबे समय से प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शनकारी इस कानून को खत्म करने की मांग कर रहे हैं. ईरान में हिजाब न पहनने के चहते गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से प्रदर्शन और तेज हो गए. महिलाएं जोर-शोर से इस कानून के खिलाफ सड़क पर उतर आईं और अपने हिजाब उतारकर विरोध जताया.
ईरान की रिवोल्यूशनरी कोर्ट ने ईरान में जारी प्रदर्शनों के मामले में सजा सुनाई है. इसमें, एक प्रदर्शनकारी को मौत की सजा और पांच अन्य को कैद की सजा दी गई है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, जिस प्रदर्शनकारी को मौत की सजा दी गई है उसे सरकारी इमारत में आग लगाने का दोषी पाया गया है. इसके अलावा, पांच अन्य लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करने और कानून व्यवस्था भंग करने का दोषी पाया गया है.
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हिजाब न पहनने पर ईरान में दी जाती है सख्त सजा
ईरान में रिवोल्यूशनरी कोर्ट का गठन 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद हुआ था. इस कोर्ट को ईरान के इस्लामिक कानूनों का उल्लंघन करने वालों को सख्त सजा देने की वजह से जाना जाता है. हिजाब कानून का उल्लंघन और उसके खिलाफ प्रदर्शन करने के मामले में ईरान ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने का ऐलान किया है. ईरान में अभी तक सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया जा चुका है.
हिजाब के कानून के खिलाफ ईरान में पिछले दो महीनों से प्रदर्शन जारी है. 22 साल की महसा अमीनी को हिजाब न पहनने की वजह से गिरफ्तार किया गया. पुलिस कस्टडी में उनकी संदिग्ध मौत के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया. दरअसल, ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहनना कानूनी रूप से अनिवार्य है. ऐसा न करने पर सख्त सजा का प्रावधान है.
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प्रदर्शनों में गई सैकड़ों लोगों की जान
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में जारी प्रदर्शनों को कुचलने के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने जमकर क्रूरता दिखाई है और अब तक कम से कम 300 लोग मारे जा चुके हैं. इन हिंसक घटनाओं में सुरक्षाबलों के भी 40 लोगों की जान गई है. लोगों के आक्रामक प्रदर्शन को देखते हुए ईरान की सरकार भी बुरी फंसी है और ये प्रदर्शन उसके खिलाफ बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं.
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हिजाब कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले को मौत की सजा, ईरान में जारी है क्रूरता