मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में 23 अगस्त को एक दर्दनाक घटना घटी जब भारतीय नागरिक विजय लक्ष्मी गली जिनकी उम्र 48 साल है, एक सिंकहोल में गिर गई. वह मलेशिया में एक मंदिर की ओर जा रही थीं, तभी अचानक जमीन धंस गई और वह लगभग 8 मीटर गहरे सिंकहोल में समा गई. भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) और मलेशिया के स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत विजय लक्ष्मी गली की खोज के लिए बचाव अभियान शुरू किया.
Search And Rescue ऑपरेशन
इस खोज और बचाव (SAR) अभियान में स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस बल, और वैज्ञानिक टीमें शामिल हैं. इन टीमों द्वारा एडवांस्ड मशीन का उपयोग किया जा रहा है. इनमें हाई प्रेशर वाले जल जेट्स, रिमोट कैमरे, और ग्राउंड पेनेट्रेटिंग राडार शामिल हैं. इन मशीनों का यूज उन क्षेत्रों की खोज के लिए किया जा रहा है जहां सीधा पहुंच पाना संभव नहीं है, ताकि किसी भी संभावित मार्ग या जगह की जांच की जा सके जहां विजय लक्ष्मी हो सकती हैं.
विजय लक्ष्मी गली की खोज में SAR टीमें लगातार नए तरीकों और स्थानों की जांच कर रही हैं. स्थानीय अधिकारियों और भारतीय उच्चायोग की कड़ी मेहनत के बावजूद, अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है. बचाव अभियान में लगे लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं, और उनके परिवार को हर संभव मदद दी जा रही है. अधिकारियों ने विजय लक्ष्मी के परिवार को सूचित कर दिया है और उन्हें समय-समय पर अपडेट दिया जा रहा है.
सिंकहोल क्या है?
सिंकहोल एक प्राकृतिक घटना है, जो तब होती है जब जमीन के नीचे की चट्टानें धीरे-धीरे घुल जाती हैं. खासकर ऐसे क्षेत्रों में, जहां चूना पत्थर या जिप्सम जैसी चट्टानें होती हैं, जो पानी के संपर्क में आने पर घुलने लगती हैं. बारिश का पानी, जो स्वाभाविक रूप से हल्का acidic होता है, जब इन चट्टानों को काट देता है, तो धीरे-धीरे उनके नीचे एक खाली स्थान बन जाता है. जब यह खाली स्थान बड़ा हो जाता है, तो ऊपर की जमीन धंस जाती है और सिंकहोल बन है. यह घटना अचानक होती है और इसके परिणामस्वरूप बहुत गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं, जैसे कि इस मामले में हुआ.
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