डीएनए हिंदी: आर्थिक तंगी, खराब अर्थव्यवस्था और तंगहाली से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए राहत की खबर है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक ने सोमवार को पाकिस्तान के विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) कार्यक्रम को फिर से बहाल करने को मंजूरी दे दी है. इस फैसले की वजह से पाकिस्तान को 7वीं और 8वीं किस्त के रूप में 1.17 अरब डॉलर मिलेंगे.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि IMF ने ईएफएफ कार्यक्रम फिर से बहाल करने को मंजूरी दी है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, 'हमें 7वीं और 8वीं किस्त के रूप में 1.17 अरब डॉलर मिलेंगे.' पाकिस्तान और IMF ने जुलाई, 2019 में छह अरब डॉलर का समझौता किया था लेकिन जनवरी, 2020 में यह कार्यक्रम अटक गया और इस साल मार्च में इसे कुछ समय के लिए बहाल किया गया.
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2023 तक पाकिस्तान की मदद करेगा IMF
हालांकि, जून 2022 में यह कार्यक्रम फिर पटरी से उतर गया था. आईएमएएफ ने कर्ज का आकार बढ़ाकर 7 अरब डॉलर करने को भी मंजूरी दी है और इसका विस्तार जून, 2023 तक कर दिया है. आपको बता दें कि पाकिस्तान के ऊपर उसकी जीडीपी के लगभग 70 प्रतिशत के बराबर का यानी लगभग 43 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये का कर्ज है. विदेशी मुद्रा भंडार और गोल्ड रिजर्व कम होने की वजह से पाकिस्तान कर्ज भी नहीं चुका पा रहा है.
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आसमान छू रही है महंगाई
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के पास पैसों की कमी की वजह से ईंधन का आयात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. ईंधन की कमी और महंगाई का सीधा असर बाजार में महंगाई पर भी देखने को मिला है. बाढ़ के कारण भी पाकिस्तान में तेजी से महंगाई बढ़ी है. पाकिस्तान के सबसे संपन्न प्रांत पंजाब में हाल ऐसे हैं कि टमाटर के दाम 500 रुपये प्रति किलोग्राम जबकि प्याज के दाम 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं.
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Pakistan को तंगहाली से उबारने के लिए आगे आया IMF, 1.17 अरब डॉलर की मदद का ऐलान