बांग्लादेश में इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु) को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी गिरफ्तारी ढाका एयरपोर्ट से हुई है. ISKCON मंदिर की तरफ से बताया गया कि चिन्मय प्रभु को राजद्रोह मामले में हिरासत में लिया है. शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ वह लगातार आवाज उठा रहे थे.
बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के नेता चिन्मय प्रभु ने बीते शुक्रवार हिंदुओं पर हो रहे अत्यचारों के विरोध में रंगपुर में एक विशाल रैली की थी. चिन्मय के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं में आक्रोश फैल गया.
न्यू मार्केट चौराहे पर फहराया था भगवा झंडा
चिन्मय प्रभु उस समय विवादों में आ गए थे जब 25 अक्टूबर को चटगांव के न्यू मार्केट चौराहे पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर उन्होंने भगवा झंडा फहराया था. 30 अक्टूबर को उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
बता दें कि बांग्लादेश में कई महीनों से तनाव का माहौल है. हालात ऐसे हो गए कि 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद भी हिंदुओं भी इस हिंसा की चपेट में आने लगे.
अक्टूबर के महीने में चटगांव में हजारों बांग्लादेशी हिंदुओं ने अपने अधिकार और सुरक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया था. उन्होंने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के सामने अपनी 8 मांगें रखी थीं.
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कौन हैं चिन्मय प्रभु, जिन्हें बांग्लादेश में किया गया गिरफ्तार, हिंदुओं के लिए कर रहे थे ये काम