डीएनए हिंदी: दुनियाभर में कार्बन उत्सर्जन की वजह से हो रही ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warming) बड़ा खतरा बनती जा रही है. ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ता जा रहा है. चीन के दावा किया है कि उसका औसत तापमान (Average Temperature) बाकी देशों की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है. चीन के मुताबिक, आने वाले समय में भी चीन का औसत तापमान बाकी देशों की तुलना में ज्यादा होगा और जलवायु परिवर्तन (Climate Change) की चुनौतियां और गंभीर होती जाएंगी.
चीन के मौसम विभाग ने अपने सालाना आकलन में कहा है कि जलवायु परिवर्तन के मामले में चीन एक संवेदनशील क्षेत्र बन गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, 1951 से पूरी दुनिया का औसत तापमान 0.15 डिग्री सेल्सियम बढ़ा है. इसकी तुलना में चीन का औसत तापमान 0.26 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है. चीन को आशंका है कि आने वाले समय में भी देश का तापमान दुनिया के बाकी देशों से ज्यादा बढ़ेगा.
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लगातार बदलता जा रहा है मौसम
चीन के ही एक एक्सपर्ट ने कहा कि मौसम में इस तरह के बदलाव की वजह से जल स्रोतों के संतुलन पर असर पड़ेगा और फसलों की उत्पादकता भी प्रभावित होगी. पिछले कुछ हफ्तों में खराब मौसम ने चीन को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है. हीटवेव की वजह से दुनियाभर में सूखे जैसे हालात हैं और कहीं-कहीं पर तो जंगलों में आग भी लग गई है. इसके ठीक उलट कई देशो में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं.
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चीन के कई राज्यों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच रहा है. चीन के 131 मौसम केंद्रों ने जो तापमान रिकॉर्ड किया है वह पिछले 62 सालों में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा, चीन के समुद्र तट का जलस्तर भी तेजी से बढ़ता जा रहा है.
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China में खतरनाक असर दिखा रही ग्लोबल वॉर्मिंग? बाकी देशों की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ रहा तापमान