डीएनए हिंदी: रक्षा सौदे का भ्रष्टाचारी और टैक्स चोर संजय भंडारी (Sanjay Bhandari) भारत लाया जा सकता है. इसके प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार लंबे वक्त से ब्रिटेन से संपर्क में थी और ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने संजय भंडारी के भारत प्रत्यर्पण को अपनी मंजूरी दे दी है. संजय भंडारी को साल 2020 में गिरफ्तार किया गया था और उस पर सीबीआई और ईडी ने गंभीर आरोप तय किए थे जिसके आधार पर ब्रिटेन में प्रत्यर्पण का केस चल रहा था और इस केस में ही भारत सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है.
संजय भंडारी को साल 2020 में ही भारत सरकार ने भगोड़ो घोषित किया गया था. यह भ्रष्टाचारी शख्स ब्रिटेन में जाकर बैठ गया था. भारत सरकार ने ब्रिटेन से इसके प्रत्यर्पण की मांग की थी जिसे स्वीकार करते हुए ही ब्रिटेन की तत्कालीन गृहमंत्री प्रीति पटेल ने संजय भंडारी को झटका दिया था और इस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई थी और उसके खिलाफ केस चलना शुरू हुआ था.
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इस मामले में वेस्टमिंस्टर कोर्ट के जज ने कहा, "हालांकि, मैं केवल सरकार की ओर से प्रदान किए गए आश्वासनों के आधार पर ऐसा आदेश दे रहा हूं कि भंडारी को भारत को प्रत्यर्पित किया जाए." उन्होंने भारत सरकार के आश्वासन के संदर्भ में कहा, "भंडारी को नई दिल्ली में तिहाड़ जेल में एक अलग सेल में प्रासंगिक स्वास्थ्य प्रावधानों के साथ रखा जाएगा."
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आपको बता दें कि हथियारों के डीलर संजय भंडारी पर भारत में रक्षा सौदों के दौरान टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं. साथ ही उस मनी लॉन्ड्रिंग तक के गंभीर आरोप भी हैं जिसमें उन्होंने मोटी रिश्वत भी ली है. रिपोर्ट बताती हैं कि संजय भंडारी को यूपीए सरकार के दौरान किए गए हथियारों के सौदों के संबंध में विदेशी कंपनियों से कथित तौर पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की रकम हासिल हुई थी जो कि एक मोटे भ्रष्टाचार का संकेत है.
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भारत को सौंपा जाएगा भगोड़ा संजय भंडारी, UK की कोर्ट ने दी प्रत्यर्पण को मंजूरी