डीएनए हिंदी: ब्लैक होल के बारे में आपने सुना होगा. ब्लैक होल यानी ऐसी जगह जहां भौतिकी का कोई नियम काम नहीं करता. यहां कोई समय नहीं होता, कोई स्थान नहीं होता. सिर्फ अंधेरा होता है और गुरुत्वाकर्षण. ऐसा गुरुत्वाकर्षण जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते. अब एक ऐसे रहस्यमयी ब्लैक होल के बारे में पता चला है जो इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि हर सेकेंड पृथ्वी जितने बड़े ग्रहों को निगलता जा रहा है.
तारों की खोज के दौरान मिला ब्लैक होल
ARXIV जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक खगोलविदों ने 9 अरब वर्षों में पहली बार ऐसे सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्लैक होल को देखा है.इसका द्रव्यमान सूर्य से 3 अरब गुना ज्यादा है. यह इतना बड़ा है कि इसमें हमारे सौरमंडल के ग्रहों की सभी कक्षाएं समा सकती हैं. रिपोर्ट बताती है कि विशेष प्रकार के तारों की खोज के दौरान यह ब्लैक होल मिला है.
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दो आकाशगंगाओं के टकराने की आशंका
यह तारों से सात गुना ज्यादा चमकदार है. वैज्ञानिक कयास लगा रहे हैं कि दो आकाशगंगाओं के आपस में टकराने से ब्लैक होल को अपने अंदर समाने के लिए अंतरिक्ष के कई ऑब्जेक्ट मिल जाएं तो यह इतना चमकदार हो सकता है. जब कोई तारा अपने अंत की ओर पहुंचता है तो वह अपने ही भीतर सिमटने लगता है. इसी दौरान वह एक ब्लैक होल बन जाता है और उसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति इतनी बढ़ जाती है कि उसके प्रभाव क्षेत्र में आने वाला हर ग्रह उसकी ओर खिंचकर अंदर चला जाता है.
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Black Hole: तारों की खोज के दौरान मिला ब्लैक होल, अब हर सेकेंड निगल रहा पृथ्वी जितने बड़े ग्रह