डीएनए हिंदी: अमेरिका में लगातार भारतीय छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है. पिछले दो दिनों में अमेरिका में दो भारतीय छात्रों की मृत्यु की खबर आई है. इन दोनों घटनाओं ने भारतीय समुदाय को सकते में डाल दिया है. मंगलवार को विश्वविद्यालय की ओर से लापता भारतीय छात्र नील आचार्य की मौत की पुष्टि की गई है. नील के माता-पिता ने सोशल मीडिया पर लापता बेटे को ढूंढ़ने की अपील की थी. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, नील की हत्या की ही आशंका जाहिर की जा रही है. इस मामले में पुलिस ने एक शख्स की पहचान की है. बताया जा रहा है कि आरोपी बेघर है और उसे नशे की लत भी है. भारतीय छात्रों की मौत की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
मृतक नील आचार्य अमेरिका के इंडियाना स्टेट के पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र थे. पर्ड्यू विश्वविद्यालय में कंप्यूटर और डेटा साइंस की पढ़ाई कर रहे थे. नील की मां गौरी आचार्य ने अपने बेटे के गायब होने की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दी थी. उन्होंने बताया कि, नील 28 जनवरी को 12.30 बजे से लापता हैं. पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि नील को आखिरी बार उबर ड्राइवर ने देखा था, जिसने उसे विश्विद्यालय में छोड़ा था. पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि उसके बारे में जानकारी ढूंढ़ रहे हैं और यदि किसी को कुछ पता है तो कृपया हमारी मदद करें.
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गौरी आचार्य के पोस्ट का जवाब
भारत के महावाणिज्य दूतावास ने गौरी आचार्य के पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा कि दूतावास पर्ड्यू विश्वविद्यालय के अधिकारियों और नील के परिवार के साथ लगातार संपर्क में हैं और वे हर संभव प्रयास और मदद प्रदान करेंगे. हालांकि, अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने मौत की पुष्टि कर दी है. पिछले एक सप्ताह में यह इस तरह की दूसरी घटना है. फिलहाल पुलिस ने शव बरामद कर लिया है और उसे परिवार को सौंपने से पहले जरूरी कार्रवाई की जा रही है.
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पर्ड्यू विश्वविद्यालय ने अपनी वेबसाइट पर दी जानकारी
वहीं, कुछ समय बाद पर्ड्यू विश्वविद्यालय ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में नील आचार्य की मृत्यु की पुष्टि कर दी है. बयान में उन्होंने लिखा है कि नील आचार्य से मेल खाता और उनकी आईडी के साथ एक व्यक्ति का शव रविवार सुबह करीब 10.30 बजे कॉलेज परिसर के मौरिस जे ज़ुक्रो प्रयोगशालाओं के पास पाया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिवार और करीबी लोगों को जानकारी देने की पुष्टि की है. इस हत्याकांड पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से गहरा शोक जाहिर किया गया है.
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पिछले दो दिनों में हुई दो मृत्यु
इसके ठीक एक दिन पहले अमेरिका में एक स्टोर में पार्ट टाइम नौकरी करने वाले, हरियाणा के रहने वाले भारतीय छात्र विवेक सैनी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. बता दें कि विवेक सैनी के सिर पर 50 से ज्यादा बार हथोड़े से वार किया गया था, जिसके कारण उसकी मौत हो गई थी. इसके अगले ही दिन, नील आचार्य की भी मृत्यु की खबर की पुष्टि की गई है.
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US में भारतीय स्टूडेंट्स को बनाया जा रहा निशाना, दो दिन में दो छात्र की मौत