डीएनए हिंदी: चूहे आमतौर पर घर में रहने वालों के लिए एक बड़ी मुसीबत बनते हैं, जिसके चलते लोगों का सामान तक खराब हो जाता है. कई बार तो ये चूहे महत्वपूर्ण इलेक्ट्रिक सामान को भी तबाह कर देते हैं लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ है जिसने दो आरोपियों को जेल जाने से बचा लिया. सबूतों के अभाव में कोर्ट ने दोनों आरोपियों को बरी कर दिया जबकि सबूतों को मिटाने का काम किसी इंसान ने नहीं बल्कि चूहों ने किया. चूहों ने करीब 22 किलो गांजा खा डाला और आरोपियों को कोर्ट से राहत मिल गई.
दरअसल, चेन्नई में गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे. इनके नाम राजगोपाल और नागेश्वर राव हैं. पुलिस स्टोर रूम में इनके पास से जब्त गांजा रखा गया था लेकिन वो 22 किलो गांजा पुलिस स्टोर रूम में मौजूद चूहे डकार गए और कोर्ट को अपना फैसला सबूत के अभाव में लेना पड़ा, दोनों आरोपी छूट गए.
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पुलिस नहीं पेश कर पाई सबूत
तमिलनाडु पुलिस दोनों आरोपियों पर 22 किलो गांजा रखने के सिलसिले में केस दर्ज कर चुकी थी लेकिन केस की सुनवाई के दौरान सबूत के तौर पर पुलिस 22 किलो गांजा पेश नहीं कर पाई और अदालत को सबूतों की कमी के चलते दोनों को ही छोड़ना पड़ा. अदालत ने पुलिस की अन्य किसी दलील को तरजीह नहीं दी और आरोपी आजाद हो गए.
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साल 2020 का है मामला
बता दें कि दोनों आरोपियों राजगोपाल और नागेश्वर राव को 2020 में चेन्नई की मरीना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ जांच शुरू की गई और आरोप पत्र दायर किया गया था. इस मामले की सुनवाई एक विशेष नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अदालत ने की लेकिन चूहों के खाने के चलते पुलिस सबूत ही पेश नहीं कर पाई और दोनों आरोपी छूट गए.
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गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार हुए थे दो शख्स, चूहों ने की ऐसी मदद कि कोर्ट ने कर दिया आजाद