डीएनए हिंदी: मैकडॉनल्ड्स. खाने पीने के अगर आप शौकीन हैं तो यह नाम सुनकर जरूर यहां बनने वाले पित्जा-बर्गर को चकने का मन करेगा. मैक-चिकन, मैक-आलू टिक्की और पनीर रैप का नाम सुनकर फास्ट फूड के शौकीन लोगों के मुंह में पानी आ जाना लाजिमी है. दुनियाभर में शायद ही कोई ऐसा बड़ा शहर हो, जहां इसके आउटलेट्स न हों.
इन्हें पसंद करने वालों की तादाद लाखों करोड़ों में होगी, लेकिन यह बता पाना मुश्किल है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई थी. क्या आप जानते हैं कि ऐसे स्वादिष्ट फास्ट-फूड को आप तक पहुंचाने वाली फास्ट फूड चेन मैकडॉनल्ड्स की शुरूआत 15 मई को ही हुई थी.
कैसे हुई थी मैकडॉनल्ड्स की शुरुआत?
रिचर्ड और मौरिस मैकडॉनल्ड्स नाम के दो भाइयों ने 15 मई 1940 को कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डीनो में छोटा सा रेस्तरां खोला था. आज वही छोटा सा रेस्तरां दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड चेन बन चुका है.
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100 देशों में 35,000 से ज्यादा हैं मैकडॉनल्ड्स के आउटलेट
मैकडॉनल्ड्स इतना पॉपुलर है कि इसके नाम से बनने वाले देसी और नकली फास्ट फूड प्रोडक्ट्स् लोग खरीदने उमड़ पड़ते हैं. देशभर में इसके आउटलेट्स खरीदने के लिए लोग महीनों-सालों इंतजार कर रहे हैं. इसके 100 से ज्यादा देशों में इसके 35,000 से ज्यादा आउटलेट्स हैं. एक छोटे से कोने से शुरू हुआ ये ब्रांड, आज दुनियाभर में बेहद पॉपुलर है.
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मैकडॉनल्ड्स में लेते हैं चटकारे, पता है कैसे हुई थी इसकी शुरुआत? जानिए कहानी