जहां एक तरफ राजधानी गैस चेंबर बना हुआ है, वहीं दूसरी तरफ दुनिया में कुछ देश ऐसे भी जहां प्रदूषण का नामों निशान नहीं है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे देशों के बारे में जहां प्रदूषण है ही नहीं.
Slide Photos
Image
Caption
स्वीडन को पर्यावरण संरक्षण में आगे माना जाता है. यहां की सरकार ने प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं. स्वीडन में जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuels) का उपयोग कम किया गया है. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और जलविद्युत (Hydropower) का उपयोग बढ़ाया गया है.
Image
Caption
फिनलैंड ने अपने प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग और पर्यावरण संरक्षण में सफलता हासिल की है. इस देश में वृक्षारोपण और पारिस्थितिकीय बैंलेस बनाए रखने के लिए कई उपाय किए गए हैं. फिनलैंड की हवा, जल और मृदा की गुणवत्ता बहुत ज्यादा है और राजधानी हेलसिंकी में स्मार्ट सिटी और ग्रीन बिल्डिंग्स का मॉडल लागू किया गया है.
Image
Caption
आइसलैंड प्राकृतिक संसाधनों का भरपूर उपयोग करता है, खासकर भूतापीय ऊर्जा (Geothermal Energy) का. यहां के हॉट स्प्रिंग्स और भूतापीय ऊर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है, जिससे यहां का कार्बन उत्सर्जन बहुत कम रहता है. जल और वायु प्रदूषण पर कड़ी निगरानी रखी जाती है और पर्यावरण संरक्षण के लिए यहां के लोग काफी जागरूक हैं.
Image
Caption
न्यूजीलैंड प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और इसका पर्यावरण प्रदूषण मुक्त है. सरकार ने प्रदूषण कंट्रोल के लिए कड़े नियम और कानून बनाए हैं. देश की कृषि, उद्योग और परिवहन प्रणाली पर्यावरण के प्रति संवेदनशील हैं, जिससे यहां का पर्यावरण स्वच्छ रहता है
Image
Caption
स्विट्जरलैंड में भी प्रदूषण कंट्रोल एक बहुत ज्यादा है. यहां की सरकार ने सतत विकास (Sustainable Development) के सिद्धांतों को अपना लिया है, जिससे पर्यावरण में कोई बड़े प्रदूषण का खतरा नहीं होता.