बता दें कि दीमक को अपने दुश्मनों से मुकाबला करने के लिए अपने जीवन की बलि देने के लिए भी जाना जाता है. दीमक एक सामाजिक कीट है जो बड़े समूहों में रहता है, जिन्हें कोलोनियां कहा जाता है.
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दीमक को बड़े समूह में रहने के लिए जाना जाता है. एक कोलॉनी में हजारों से लेकर लाखों तक सदस्य हो सकते हैं. दीमक के कई प्रकार होते हैं, जैसे सूखे लकड़ी की दीमक, भूमिगत दीमक, और नम लकड़ी के दीमक.
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इनका जीवन चक्र 4 चरणों में बंटा होता है—अंडा, लार्वा, निंफ और वयस्क. लार्वा से निंफ बनते हैं और अंत में निंफ वयस्क दीमक का रूप लेते हैं. रानी और राजा दीमक कोलोनियों में प्रजनन की जिम्मेदारी निभाते हैं.
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दीमक मुख्य रूप से लकड़ी, पत्ते और अन्य कार्बनिक पदार्थों को खाने के लिए जाने जाते हैं. उनके शरीर में मौजूद विशेष बैक्टीरिया और प्रोटोज़ोआ उन्हें सेलूलोज़ को पचाने में मदद करते हैं, जिससे वे लकड़ी जैसे कठिन पदार्थों को भी आसानी से खा सकते हैं.
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यह अनोखी पाचन प्रणाली दीमक को उनके प्राकृतिक आवास में जीवित रहने और भोजन की तलाश करने में सक्षम बनाती है. दीमक की कोलोनियों की रक्षा के लिए उनके सैनिक दीमक विशेष भूमिका निभाते हैं. ये सैनिक दीमक किसी भी बाहरी खतरे का सामना करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं.
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अगर कभी उन्हें अपने साम्राज्य पर हमला महसूस होता है, तो ये अपने शरीर को तोड़ देते हैं. साथ ही एक प्रकार का रसायन छोड़ते हैं, जिससे दुश्मनों को गंभीर क्षति पहुंचती है. इस प्रक्रिया में, सैनिक दीमक खुद को विस्फोटित भी कर लेते हैं, जिससे उनकी जान चली जाती है, लेकिन कोलॉनी की सुरक्षा सुनिश्चित रहती है.