डीएनए हिदी: भारतीय रेलवे (Indian Railway) को सबसे आसान और सस्ता परिवहन माना जाता है. कई बार रेलयात्रियों की शिकायतें भी सामने आती हैं. ऐसी ही एक शिकायत एक बीमार यात्री ने की है. हैरान करने वाली बात यह है कि बीमार शख्स को पहले तो ऐसी टिकट दे दी जिसके लिए ट्रेन में सीट ही नहीं थी. बाद में उसी यात्री से 5,000 रुपये का जुर्माना भी वसूल लिया गया. टीटीई से शिकायत की तो उन्होंने रेलवे की गलती बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया. फिलहाल, रेलवे की ओर से भरोसा दिलाया गया है कि उनकी मदद की जाएगी.
सुमन पाल नाम के व्यक्ति ने 7 जनवरी को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी से आद्रा चेन्नई स्टेशन की टिकट बुक कराई थी. तत्काल में बुक कराई यह कंफर्म भी हो गई थी. अपने बीमार पिता का इलाज कराने जा रहे सुमन को सीट नंबर 81 और सीट नंबर 82 दिया गया था. सुमन जब अपने पिता को लेकर ट्रेन में चढ़े तो बता चला कि न्यू जलपाईगुड़ी-मद्रास एक्सप्रेस के M3 कोच में कुल 80 सीट की हैं.
यह भी पढ़ें- Delhi Metro में महिला ने मचाई उछल-कूद और जमकर किया डांस, देखें वायरल वीडियो
बेटिकट बताकर ले लिया जुर्माना
रेलवे के नियम के हिसाब से इन दोनों को बेटिकट माना गया और 5,000 रुपये का जुर्माना वसूल लिया गया. दोनों यात्रियों ने टीटीई से शिकायत की थी तो उनका कहना था यह गलती रेलवे प्रशासन की है, वह कुछ नहीं कर सकते. इसके बाद यात्रियों ने परेशान होकर रेलवे प्रशासन से ट्वीट कर मदद मांगी. अपने ट्वीट में यात्री ने बताया है कि वह इलाज के लिए अपने बुजुर्ग पिता को चेन्नई ले जा रहे थे लेकिन रेलवे की इस गलती की वजह से उन्हें सीट नहीं मिल सकी.
यह भी पढ़ें- बिना पैंट पहने ट्रेन में चढ़ गए लड़के-लड़कियां, नजारा देख लोग हुए हैरान, जानिए क्या थी वजह
उन्होंने कहा कि उनके पिता लंबे समय तक खड़े या बैठ नहीं सकते और सीट न होने के अभाव में ऐसा ही करना पड़ा. इस पूरी घटना के बाद रेल सेवा की ओर से उन्हें मदद करने का भरोसा दिलाया गया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
ट्रेन के कोच में थी सिर्फ 80 सीटें, फिर भी रेलवे ने कैसे बीमार मरीज को दी सीट नंबर 81 और जुर्माना भी वसूला