डीएनए हिंदी: वसूल सिर्फ आम आदमी के ही नहीं होते हैं. चोर और डाकू भी अपना अपना वादा निभाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. दिल्ली पुलिस ने ऐसे वसूलों वाले चोरों को गिरफ्तार किया है. चोरों ने चोरी, महज इसलिए की क्योंकि उनके सरगना का इलाज चल रहा है. सरदार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपना इलाज कर सके, इसलिए वफादार शागिर्दों ने एक महीने के अंदर 20 गाड़ियां चुरा लीं और 10 लाख का बंदोबस्त कर लिया.
दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि एक प्राइवेट अस्पताल में चोरों का सरदार भर्ती है. वह ब्लड कैंसर का पेशेंट है. सरगना के इलाज का खर्च उठाने के लिए गिरोह के चार सदस्यों ने दिल्ली-NCR में एक बाद एक 20 कारों की चोरी की और उन्हें बेच दिया. चोर कारों को एक बाहरी इलाके में बने गोदाम में ले जाते थे, वहीं उन्हें तोड़ डालते थे. चोरों ने कहा है कि कारों को तोड़ने के बाद वे उनके पुर्जे कबाड़ मार्केट में बेच रहे थे.
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एक महीने में 20 गाड़ियों की चोरी
पुलिस ने कहा कि पिछले एक महीने में, गिरोह के सदस्यों ने SUV सहित कम से कम 20 वाहनों को चुराया और नष्ट कर दिया और उनके पुर्जे स्क्रैप करके बेच दिए. उन्हें 10 दिन पहले दक्षिण-पश्चिम जिले के एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) ने पकड़ लिया था. जब उन्हें गिरफ्तार किया गया, तब चोर गाड़ियों को तोड़ रहे थे.
ICU में चल रहा है सरदार का इलाज
चोरों ने खुलासा किया है कि उन्हें अपने गैंग लीडर के कीमोथेरेपी और ब्लड मैरो ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 10 लाख रुपये चाहिए थे. लीडर एक प्राइवेट हॉस्पिटल के ICU वार्ड में भर्ती था. पुलिस ने कहा, 'एक गोदाम से टोयोटा फॉर्च्यूनर और इनोवा सहित कई चुराई गई गाड़ियों के 50 से ज्यादा टूटे हुए पुर्जे बरामद हुए थे. यह गोदाम लगी का था. गिरोह के सरगना आशीष उर्फ आशु अस्पताल में भर्ती है. गैंगलीडर आशीष के भाई का लकी का गोदाम था. इसमें पुलिस ने इनोवा और फॉर्च्यूनर कार जैसी करीब 50 कारों के पार्ट्स बरामद किए हैं. पुलिस के मुताबिक, आशीष अभी तक किसी भी केस में गिरफ्तार नहीं हुआ है.
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पहले भी कार चुराता था लकी
पुलिस ने कहा है कि अली कारों की चोरी पहले भी करता था. आशीष हरियाणा में शराब तस्करी करता था. दिल्ली में वह सक्रिय था या नहीं, इसकी जांच करनी अभी बाकी है. आशीष अस्पताल में भर्ती है. लकी गाड़ियों का जुगाड़ करता था. पुलिस ने अब बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है.
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गैंग लीडर का इलाज कराना था पर नहीं थे पैसे, बदमाशों ने एक महीने में कर लिया 20 गाड़ियों का जुगाड़