डीएनए हिंदी: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार 10 अक्टूबर को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में सैनिकों की ढाल की तरह मौजूद जांबाज कुत्ते जूम (#RIPZoom) की इलाज के दौरान मौत हो गई. जूम ने अपनी जान पर खेलकर आतंकियों का पता लगाया. वह न केवल डटा रहा बल्कि दो गोलियां भी खाई थीं. वह बुरी तरह जख्मी हो गया था लेकिन उसने एक पल के लिए भी हिम्मत नहीं हारी. मैदान पर तो वह डटा रहा लेकिन अस्पताल के बेड पर मौत के आगे उसकी एक न चली. घायल जूम पिछले तीन दिन से अस्पताल में था. आखिर में वह जान की बाजी हार गया 13 अक्टूबर को उसकी मौत की खबर आई.
बता दें कि सुरक्षा बलों ने तंगपावा इलाके में घेराबंदी की थी और आतंकियों का पता लगाने के लिए जूम को अंदर भेजा गया था. जूम ने न केवल आतंकियों की जानकारी दी बल्कि सूझबूझ से सेना के इस ऑपरेशन में मदद की. अधिकारियों ने बताया कि सेना का यह जांबाज सिपाही 'जूम' सैन्य हमलों के लिए ट्रेनिंग पा चुका था. उसे दुश्मन की पहचान करने और उस पर हमला करने की ट्रेनिंग दी गई थी. उनके मुताबिक सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के इस अभियान में दो आतंकवादी को मार गिराया गया. इसी मुठभेड़ में सेना के कुत्ते 'जूम' को भी दो गोलियां लगीं जिससे वह घायल हो गया. चोटिल होने के बावजूद जूम ने अपनी पोजीशन नहीं छोड़ी और आतंकियों पर हमला किया. इसकी वजह से लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मार गिराए गए थे. सेना का यह जांबाज कुत्ता 'जूम' पहले भी कई सैन्य अभियानों का हिस्सा रहा था. घायल जूम जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आर्मी के पशु अस्पताल में भर्ती था.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
#RIPZoom: जूम की मदद से सैनिकों ने मार गिराए थे 2 आतंकी, अस्पताल में हुई जांबाज की मौत