डीएनए हिंदी: दुनियाभर में मानवाधिकारों के मुद्दे उठाने वाले अमेरिका में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. अमेरिका में 10 साल के एक अश्वेत बच्चे को महज इसलिए सजा सुनायी गई है कि उसने अपनी मां की कार के पीछे पेशाब किया था. रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में पुलिस ने आरोपी के बीच समझौता हो गया है. हालांकि, इस मुद्दे को लेकर सवाल उठ रहे हैं और भेदभाव के आरोप भी लगाए जा रहे हैं.
मिसीसिपी में टाटे काउंटी यूथ कोर्ट के न्यायाधीश रस्टी हैरलॉ ने बच्चे को तीन महीने तक हर माह एक बार प्रोबेशन अधिकारी के समक्ष पेश होने और दिवंगत बास्केटबॉल खिलाड़ी कोबी ब्रायंट पर दो पेज की एक रिपोर्ट लिखने की सजा सुनाई है. बच्चे के वकील कार्लोस मूरे ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि किसी श्वेत बच्चे को ऐसी ही परिस्थितियों में गिरफ्तार किया जाता. बच्चे की मां ने बताया कि उनके बेटे ने उस वक्त उनकी गाड़ी के पीछे पेशाब की थी जब वह 10 अगस्त को मिसिसिपी के सेनाटोबिया में एक वकील के कार्यालय में गई थी.
यह भी पढ़ें- परीक्षा में नकल करते दो बार पकड़ा गया रिटायर्ड IPS, पोल खुली तो कर दिया हंगामा
'बच्चे को जेल में रखने का आरोप'
शहर में पुलिस अधिकारी ने बच्चे को पेशाब करते हुए देखा और उसे गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने उसे कार में बिठाया और पुलिस थाने ले गए. एनबीसी न्यूज डॉट कॉम के अनुसार, सेनाटोबिया पुलिस प्रमुख रिचर्ड चैंडलर ने कहा कि बच्चे को हथकड़ी नहीं लगाई गई लेकिन उसकी मां ने कहा कि उसे जेल की कोठरी में रखा गया था.
यह भी पढ़ें- ड्राइवर ने दिखा दी ऐसी ड्राइविंग, आनंद महिंद्रा भी रह गए दंग, देखें Viral Video
बच्चे के वकील कार्लोस मूरे ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अमेरिका में एक भी ऐसा पुरुष है जिसने सार्वजनिक स्थान पर छिपकर पेशाब न किया हो. मैंने सोचा कि कोई भी समझदार न्यायाधीश पूरी तरह इस आरोप को नकार देगा. यह बस मूर्खता है. आपराधिक न्याय प्रणाली में घोर खामियां हैं.' मूरे ने बताया कि अभियोजन ने धमकी दी थी कि अगर लड़के का परिवार इस मामले में मुकदमा चलाने का फैसला लेता है तो और गंभीर आरोप लगाए जाएंगे जिसके बाद दोनों पक्षों ने एक समझौता कर लिया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
मां की कार के पीछे कर दी थी पेशाब, 10 साल के बच्चे को अदालत ने सुना दी सजा