प्राण प्रतिष्ठा का किया था विरोध, अब समर्थन, कैसे बदल गए स्वामी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वारनंद के सुर?

ज्योतिष मठ पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पहले कहा था कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा अधूरे और दिव्यांग मंदिर में नहीं हो सकती.