'अडानी-अंबानी को बुला लिया, नाच-गाना...', राम मंदिर समारोह पर राहुल गांधी की टिप्पणी से छिड़ा विवाद

Rahul Gandhi News: राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए एक रैली में कहा 'आपको पता अयोध्या में बीजेपी क्यों हारी? क्योंकि उसने जनता के साथ धोखा किया था.

'मैं प्रभु राम से माफी मांगता हूं', PM Modi ने ऐसा क्यों कहा?

Pran Pratishtha Ceremony: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा, 'आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे. ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं.' पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा, 'मैं दैवीय अनुभव इस पल कर रहा हूं. मैं प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं. हमारे पुरुषार्थ में कुछ तो कमी रह गयी होगी. तभी सदियों तक ये काम नहीं कर पाए मगर आज ये कमी पूरी हो गई..भगवान राम हमें ज़रूर क्षमा करेंगे.

Cricketers in Pran Pratishtha: रामलला प्राण प्रतिष्ठा में लगेगा क्रिकेटर्स का भी जमावड़ा, ये क्रिकेटर पहुंचा अयोध्या

Cricketers in Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए सरकार सभी तैयारियां पूरी कर ली है. प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सोमवार 22 जनवरी को 12.20 बजे से शुरुआत होगी. इस दौरान आयोध्या में क्रिकेटर्स का भी जमावड़ा लगेगा.

Ram Mandir: रामलला के दर्शन के लिए जा रहे हैं अयोध्या तो इस मंदिर के जरूर करें दर्शन, वरना अधूरी है यात्रा

Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शनार्थियों की खूब भीड़ लगने वाली हैं. ऐसे में अयोध्या जा रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन अवश्य करें.

Ram Mandir Pran Pratishtha: रामलला के रंग में रंगेंगे ये राज्य, जानें 22 जनवरी को कहां-कहां रहेगी छुट्टी

Ram Mandir Inauguration Holiday States: अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कई राज्यों में सार्वजनिक छुट्टी का ऐलान किया गया है. 22 जनवरी को किन-किन राज्यों में छुट्टी रहेगी, आइये जानते हैं-

4 मठ, 4 शंकराचार्य, 'सबके राम' फिर रामलला के 'विराजने' पर ऐतराज क्यों?

आदि शंकराचार्य ने 4 मठों की स्थापना की थी. देश में 4 शंकराचार्य हैं लेकिन अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कोई भी शामिल नहीं होगा. जानिए क्यों उद्घाटन समारोह में नहीं शामिल होंगे हिंदू धर्म के सर्वोच्च गुरु?