Book Review : मानवीय चिंताओं से लबरेज कविता संग्रह 'मनुष्य न कहना'

Book Review: ममता जयंत के कविता संग्रह 'मनुष्य न कहना' की कई कविताएं अपील करती हैं. 'तुम भगवान तो नहीं' शीर्षक कविता आज की राजनीति की ओर इशारा करती है और यह भी बताती है कि कवि इस स्थिति से नाखुश है.

DNA Kavita Sahitya: मानवीय ऊष्मा से भरी-पूरी प्रकाश देवकुलिश की सात कविताएं

DNA Poetry: प्रकाश देवकुलिश संस्कृति, संस्कार और सरोकार के कवि हैं. उनकी कविताओं में मनुष्यता की ऊष्मा है. आत्मीयता का बहाव है. संवेदनशीलता की गहरी परतें हैं. वे 'रधिया दाई' की बात करें या 'अनंदी महतो की कुदाल' की, इनसान और उसकी इनसानियत को बिल्कुल जड़ से पकड़ते हैं.

आदिवासी जीवन की पैरोकार कविताएं, पढ़ें कवि-एक्टिविस्ट वंदना टेटे की तीन रचनाएं

Tribal Life: आदिवासी कवि-एक्टिविस्ट वंदना टेटे की कविताओं, लेखों में आदिवासी जीवन और उनका समाज खूब उभर कर आता है. देश भर के साहित्यिक व अकादमिक संगोष्ठियों में दिए गए उनके वक्तव्य आदिवासी जीवन दर्शन के रूप में पहचाने गए.

एक भाषा के बढ़ने का मतलब दूसरी भाषा का खत्म होना नहीं होता: प्रो. फ्रेंचेस्का ओर्सिनी

प्रो. फ्रेंचेस्का ओर्सिनी ने कहा कि हिंदी की उर्दू के साथ एक ऐतिहासिक प्रतिस्पर्धा रही है. लेकिन हमें यह समझने की जरूरत है कि एक भाषा के बढ़ने का मतलब दूसरी भाषा का खत्म होना नहीं होता.

Book Review: अपने समय की सच्ची कविताओं से बना एक जरूरी कविता संग्रह-इस कविता में प्रेमिका भी आनी थी

"इस कविता में प्रेमिका भी आनी थी' संग्रह में 68  कविताएं हैं. इस संग्रह को उन्होंने बिना किसी आत्म कथ्य या भूमिका के लिखा है.