Hajj 2024 14 Died: गर्मी की वजह से 14 हज यात्रियों की मौत, सऊदी अरब ने जारी की गाइडलाइंस 

Hajj 2024 14 Died: सऊदी अरब में 14 जून से 19 जून तक हज यात्रा चल रही है. भयंकर गर्मी की वजह से पुलिस और प्रशासन के लिए प्रबंध करना मुश्किल हो रहा है. 

Hajj Yatra 2024: बिना परमिट हज यात्रा पर गए तो होगी मुश्किल, हो सकती है 6 महीने की जेल

Hajj Yatra: सऊदी अरब में हज यात्रियों को बिना परमिट यात्रा करने पर भारी जुर्माना भरना होगा. ऐसा करने वालों की सऊदी अरब में एंट्री पर बैन भी लगाया जा सकता है.

हज पर जाने वाले मुसलमानों के लिए खुशखबरी, सऊदी अरब सरकार के इस फैसले से होगा बड़ा फायदा

सऊदी अरब सरकार हज के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च करने जा रही है. इससे हज और उमराह पर जाने वाले जायरीनों को फायदा मिलेगा.

Haj Yatra Update: हज पर जाने वाले मुस्लिम अब फिर चूम सकेंगे काबा का पत्थर, इस कारण लगी थी पाबंदी

सऊदी अरब सरकार ने यह पाबंदी उमरा की यात्रा शुरू होने से ठीक पहले हटाई है, जिसमें शामिल होने के लिए पूरी दुनिया से करोड़ों लोग आते हैं.

बदला गया कांग्रेस कार्यालय का नाम! लगाए गए 'हज हाउस' के पोस्टर  

Haj House: VHP द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यालय की दीवारों पर स्प्रे रंगों का उपयोग करते हुए "हज हाउस" लिखते हुए और परिसर में लगाए गए बैनरों पर विभिन्न कांग्रेस नेताओं की तस्वीरों को विरूपित करते हुए दिख रहे हैं.

Hajj के लिए इंग्लैंड से पैदल चलकर मक्का पहुंचा शख्स, 10 महीने 25 दिन में पूरा हुआ सफर

अदम ने इस सफर की शुरुआत साल 2021 में की थी. वह अपने साथ एक रेहड़ी लेकर चले थे जिस पर उनका सामान और स्पीकर फिट किया हुआ था.

Hajj 2022: जानिए हज यात्रा से हर साल कितनी कमाई करता है सऊदी अरब?

Hajj Yatra 2022: साल 2019 में हज से सऊदी अरब सरकार को 76,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की सीधी आमदनी हुई. इस साल दुनियाभर से करीब 25 लाख मुसलमान हज यात्रा पर गए थे.

Hajj 2022: आज से हज यात्रा शुरू, इस साल 10 लाख मुसलमान ले रहे हैं हिस्सा

Hajj 2022: इस साल सऊदी सरकार ने केवल 10 लाख विदेशी और घरेलू यात्रियों को हज की अनुमति दी है, जिनका टीकाकरण पूरा हो चुका है या कोरोना से संक्रमित नहीं हैं.

इस देश से कोई भी मुस्लिम इस बार नहीं करेगा हज यात्रा, इस कारण लिया फैसला

Sri Lanka: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. यह फैसला विदेशी मुद्रा की कमी की वजह से किया गया है.