Video: दिल्ली में सर्दी और प्रदूषण का ग्राफ बढ़ेगा, बंगाल की खाड़ी पर तूफान होगा और प्रभावी | Weather Report
Video: चक्रवाती तूफान सितरंग किस रास्ते से होकर गुजरेगा और भारत के किन राज्यों पर तबाही मचाएगा यह अब साफ होने लगा है. भारतीय मौसम विभाग ने बता दिया है कि 24 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी पर तूफान बन जाएगा और ओडिशा के तटों के पास पहुँचने के बाद अपनी दिशा बदल लेगा. फिलहाल 22 अक्टूबर को केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के भागों पर बादल आते रहेंगे. हालांकि बारिश पहले से कम हो जाएगी. दिल्ली और NCR में सर्दी बढ़ जाएगी. दिवाली से पहले प्रदूषण में वृद्धि होने की आशंका है. | Weather Update
Video: कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी में कमी, जबकि तूफान सितरंग के बनने की संभावना और बढ़ी | Weather Report
Video: पिछले 24 घंटों में जम्मू कश्मीर के तमाम इलाकों में बारिश और बर्फबारी हुई है. हिमाचल प्रदेश के भी कुछ इलाकों में वर्षा रिकॉर्ड की गई है. मौसम में यह बदलाव WD की वजह से आया है और अब यह सिस्टम पूर्वी दिशा में आगे बढ़ रहा है जाहिर है कश्मीर और हिमाचल में बारिश कम हो जाएगी. लेकिन महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में बारिश जारी रहेगी. उत्तर पश्चिम बंगाल में तूफान बन रहा है. संभावित तूफान सितरंग का असर 22 अक्टूबर से भारत पर दिखाई देने वाला है. | Weather Update
Cyclone Asani: चक्रवाती तूफान असानी दे रहा दस्तक, NDRF की 50 टीमें तैनात, IMD ने जारी किया अलर्ट
साइक्लोन असानी तेजी से आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों की ओर आगे बढ़ रहा है. IMD ने तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है.
Cyclone Asani: भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलेगा असानी, इन राज्यों होगी भारी बारिश, चलेंगी तेज हवाएं
Bengal की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान असानी पूर्वी तट के समानांतर तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है.
चक्रवाती तूफान Asani का डर, अंडमान और निकोबार में अलर्ट, रेस्क्यू के लिए तीनों सेनाएं तैयार!
चक्रवात की स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय ने अतिरिक्त बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
Asani Cyclone: अगले सप्ताह चक्रवाती तूफान आसनी देगा दस्तक, किन क्षेत्रों में है खतरे की आशंका?
भारत में यह तूफान ज्यादा असरदार नहीं होगा. अब तक के पैटर्न से यह पता चला है कि यह बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों पर असर डाल सकता है.