आज़ादी के 75 साल: 1973 से साल 2000 तक कैसे बदलता गया भारत, जानिए हर साल की कहानी
Independence Day 2022 India History: भारत के इतिहास में साल 1973 से 2000 तक का समय काफी उथल-पुथल भरा रहा. हर साल कुछ न कुछ ऐसी घटनाएं हुईं जिन्होंने देश की राजनीति को अलग ही दिशा दी. पढ़ें लोकेंद्र सिंह की रिपोर्ट.
Independence day 2022: क्यों पाकिस्तान के एक दिन बाद भारत मनाता है स्वतंत्रता दिवस, जानें वजह
सन् 1947 में हमें जो आजादी मिली उसके साथ एक दर्द भी जुड़ा था. दर्द ये कि आजादी की कीमत पर एक देश दो हिस्सों में बंट गया था- भारत और पाकिस्तान. फिर सवाल ये भी उठता है कि जब दोनों देश एक साथ आजाद हुए तो इनके स्वतंत्रता दिवस अलग-अलग क्यों हैं?
VIDEO: 1990 पंडितों के खून से लाल हुई घाटी की जमीन
VIDEO: 1990 का काल भारत के लिहाज से असमंजस जैसा था, केंद्र में नेशनल फ्रंट की सरकार थी और वीपी सिंह मुखिया थे, कश्मीर से पंडितों का पलायन शुरू हो गया था
India vs World XI: 'दादा' बनकर टीम में लौट रहे सौरव गांगुली, सहवाग के साथ पठान, श्रीसंत समेत ये खिलाड़ी भी शामिल
Legends League Cricket: भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर इंडियन महाराजा और वर्ल्ड जायंट्स के बीच होने वाले मुकाबले की मेजबानी कोलकाता का ईडन गार्डन्स करेगा.
Delhi Police Traffic Advisory: कल फुल ड्रेस रिहर्सल, घर से निकलने के पहले यह खबर जरूर पढ़ लें
13 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के लिए फुल ड्रेस रिहर्सल है. ऐसे में दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. सुबह 4 से लेकर 10 बजे तक कई इलाकों में आवाजाही बंद रहेगी. अगर आप कल निकलने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें...
मोदी नगर के इसी बरगद के पेड़ पर 100 क्रांतिकारियों को अंग्रेजों ने दी थी फांसी
दिल्ली से सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा गांव है जहां अंग्रेजों ने बरगद के एक पेड़ पर 100 से ज्यादा लोगों को फांसी दे दी थी. मोदी नगर से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर सिकरी खुर्द गांव का महामाया मंदिर के प्रांगण में खड़ा यह बरगद का पेड़ आज भी अंग्रेजी हुकूमत की बर्बरता की कहानी बयां कर रहा है...
Independence Day 2022 : रसगुल्ले से लेकर जलेबी तक, मिठाइयों ने भी Freedom Movement में निभाया था खास रोल
Independence Day 2022 Special : भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मिठाइयों ने भी अपना योगदान दिया है. रसगुल्ले से लेकर जलेबी तक की पूरी कहानी है कि कैसे इन मिठाइयों ने क्रांतिकारियों की मदद की
Independence Day 2022: वो 10 दिन जिन्होंने बदल दी भारत के कारोबार की दुनिया
Independence Day: 1947 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से 75 वर्षों में भारत ने व्यापार के क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव देखे हैं. अब भारत के कारोबारी दुनिया के टॉप 10 अरबपतियों की लिस्ट में आ गए हैं, वहीं भारत स्टार्टअप के क्षेत्र में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम बन गया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आजादी के बाद से भारत कारोबारी जगत के लिए बेहद 10 दिन कौन-कौन से खास रहे हैं.
Independence Day 2022: ये 10 नारे बने थे आजादी के आंदोलन की जान, आपको कितने याद हैं आज
भारत को आजाद हुए 75 साल हो गए पर आज भी भारतवासी उन वीर शहीदों की कुर्बानियों को नहीं भूले, जिन्होंने आजादी दिलाने में अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए थे. उनके कहे हर एक शब्द ने सभी में आजादी का ऐसा जुनून भर दिया कि अंग्रेजो को भारत छोड़कर जाना पड़ा. आइए आज उन वीरों की कुर्बानियों को आजादी के नारों के जरिए याद किया जाए.
Video: गोमो रेलवे स्टेशन पर आखिरी बार कब नजर आए नेता जी?
गोमो रेलवे स्टेशन से भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का कुछ खास नाता है. आखिरी बार इसी रेलवे स्टेशन पर नजर आए थे नेताजी. 18 जनवरी को गोमो में महानिस्कर्म दिवस मनाया जाता हैं. मोदी जी ने मान की बात में इस स्टेशन का जिक्र किया. इसी स्टेशन पर आखरी बार दिखे थे नेता जी.रवाना हो कर नेता जी कहा गए ये अभी तक चर्चा का विषय है.