डीएनए हिंदी: तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं का रुतबा दिनों-दिन बढ़ रहा है. ये महिलाएं कई कंपनियों के शीर्ष पर पहुंच नेतृत्व कर रही हैं. टेक कंपनियों में महिलाओं के बढ़ते प्रभाव का अंदाजा इंडियन मल्टीनेशनल कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में इनकी भागीदारी से लगाया जा सकता है. जानकारी के अनुसार, TCS में 1.75 लाख से अधिक महिलाएं काम कर रही हैं. कंपनी 1 लाख 78 हजार 357 महिला कर्मचारियों के साथ देश में शीर्ष पर है.
नवीनतम 2021 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया की 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची के अनुसार, कंपनी 5 लाख 6 हजार 908 कर्मचारियों को रोजगार देती है, जो देश में सबसे अधिक है. जिसका मूल्य 13,09,488 रुपये है. सर्वेक्षण के अनुसार, देश की शीर्ष 500 कंपनियां औसतन 13,800 कर्मचारियों के साथ 6.9 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार देती हैं.
बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया की लेटेस्ट की 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची के अनुसार, कंपनी 5,06,908 कर्मचारियों को रोजगार देती है. जो देश में सबसे अधिक है, जिसका मूल्य 13,09,488 रुपये है. सर्वेक्षण के अनुसार, देश की शीर्ष 500 कंपनियां औसतन 13,800 कर्मचारियों के साथ 69 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देती हैं.
इंफोसिस अपने कुल 2,59,619 कर्मचारियों में से 1,00,321 महिला कर्मचारियों के साथ सूची में दूसरे स्थान पर है. इंफोसिस के बाद इस सूची में 72 हजार महिला कर्मचारियों के साथ विप्रो का स्थान है. हालांकि कुल कर्मचारियों की सूची में क्वेस कॉर्प 61,733 महिलाओं सहित 3,63,136 कर्मचारियों के साथ दूसरे स्थान पर है.
बैंकिंग में आईसीआईसीआई शीर्ष पर
दिलचस्प बात यह है कि बैंकिंग क्षेत्र में आईसीआईसीआई बैंक में देश में सबसे अधिक महिला कर्मचारी हैं, जिसमें 31,059 महिलाएं काम करती हैं. इसके बाद एचडीएफसी बैंक में 21,746 महिला कर्मचारी हैं. दूसरी ओर, रिलायंस इंडस्ट्रीज कुल 2,36,334 कर्मचारियों में से 19,561 महिलाओं को रोजगार देती है.
निदेशक मंडल में महिलाएं
जब निदेशक मंडल में महिलाओं की संख्या की बात आती है, तो चार कंपनियां तालिका में शीर्ष पर हैं. गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज, गोदरेज एग्रोवेट और इंडिया सीमेंट्स में प्रत्येक में 5 महिला निदेशक हैं. रिपोर्ट में अध्ययन की गई शीर्ष 500 कंपनियों के बोर्ड में 644 महिला निदेशक हैं.
सूची बरगंडी प्राइवेट और हुरुन इंडिया द्वारा संकलित की गई. इसमें भारत में मुख्यालय वाली 500 शीर्ष निजी कंपनियां शामिल थीं. सार्वजनिक और विदेशी कंपनियों की सहायक कंपनियों को बाहर रखा गया था. कंपनियों को सूची में शामिल करने के लिए न्यूनतम मूल्य 5,600 करोड़ रुपये होना आवश्यक था.
- Log in to post comments