डीएनए हिंदी: देश में 5जी नेटवर्क (5G Network) को लेकर केंद्र सरकार अब बड़े स्तर पर काम कर रही है. वहीं भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की रजत जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी आर्थिक प्रगति की बात कर चुके हैं. उन्होंने यह तक कहा है कि 5जी के आने से भारत की अर्थव्यवस्था में 450 अरब अमेरिकी डॉलर का बूस्ट आएगा. वहीं अब सरकार की तरफ से यह भी बताया गया है कि इससे देश में रोजगार के अनेकों अवसर भी प्राप्त होंगे.
वहीं इस मामले में दूरसंचार सचिव के राजाराम ने बुधवार को कहा कि 5जी और अन्य नई दूरसंचार प्रौद्योगिकियों के आने से रोजगार के नए अवसर आएंगे, जिसके लिए उपयुक्त जनशक्ति की आवश्यकता होगी. राजारामन ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, "5G Network विकास कई उपयोग के मामलों से आएगा जो इसे विभिन्न औद्योगिक प्रगति के लिए अनुमति देगा. 5जी प्रौद्योगिकी की प्रकृति और क्षमता की पेशकश के कारण, कौशल की एक नई श्रृंखला खोलेगा."
टेलीकॉम विभाग के अधिकारी ने पुष्टि की कि 5G ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में नौकरियों को बढ़ावा देगा. राजाराम का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब दूरसंचार विभाग द्वारा 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी प्रस्ताव को अगले सप्ताह अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल के पास भेजा गया है.
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इसको लेकर पीटीआई पहले ही रिपोर्ट कर चुका है कि डिजिटल संचार आयोग ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण द्वारा सुझाए गए आधार मूल्य को अंतिम रूप दे दिया है. ऐसे में भारत में 5जी न केवल भारत में डिजिटल क्रांति को पुख्ता करेगा बल्कि रोजगार के नए अवसरों को भी बढ़ावा देगा जो कि देश की प्रगति के लिए बेहद अहम है.
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