डीएनए हिंदीः शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) के पैरेंट कंपनी बाइटडांस (Bytedance) ने इस बात को स्वीकार किया है कि उसने कुछ पत्रकारों की जासूसी की है. द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बाइटडांस ने कंपनी के भीतर एक्सचेंज किए गए ईमेल्स में स्वीकार किया है कि उसने ऐप का इस्तेमाल कुछ पत्रकारों के सोर्स को ट्रैक करने और पत्रकारों की जासूसी करने के लिए किया है.
बाइटडांस के द्वारा किए गए इंटरनल इन्वेस्टिगेशन में इस बात का खुलासा हुआ है कि चीन में उसके चार कर्मचारियों ने अमेरिका में पत्रकारों के दो अकाउंट्स की जानकारी इकट्ठा करने के लिए ऐप का इस्तेमाल किया. इस बीच फोर्ब्स ने दावा किया है कि उसके दो पत्रकार इस जासूसी का शिकार हुए हैं. इसमें IP एड्रेस के जरिे कुछ पत्रकारों के मूवमेंट्स को ट्रैक किया गया जिससे इस बारे में पता लगाया जा सके कि वो कहीं जानकारी लीक करने वाले टिकटॉक के कर्मचारियों से तो नहीं मिल रहे हैं. कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चारों कर्मचारियों को निकाल दिया गया है.
इस मामले पर क्या बोले TikTok के CEO
बाइटडांस के सीईओ रुबो लियांग ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल में लिखा, "जब मुझे स्थिति के बारे में सूचित किया गया तो मुझे बहुत निराशा हुई और मुझे यकीन है कि आप भी ऐसा ही महसूस करेंगे." उन्होंने आगे लिखा, "लोगों के विश्वास को पाने के लिए हमने भारी प्रयास किए हैं, लेकिन कुछ व्यक्तियों के गलत व्यवहार से यह काफी कम होने जा रहा है.”
इसके साथ ही टिकटॉक के सीईओ शौ ज़ी च्यू ने भी अपने कर्मचारियों को ईमेल लिख कर कहा, "हम डेटा सिक्योरिटी को काफी से गंभीरता से लेते हैं,". उन्होंने ईमेल में आगे कहा कि पिछले 15 महीनों में, कंपनी ने नए यूएस-बेस्ड डेटा स्टोरेज प्रोग्राम बनाने के लिए काम किया था.
TikTok पर बैन लगाने की तैयारी में है अमेरिका
टिकटॉक द्वारा अमेरिकी पत्रकार पर जासूसी करने का मामला तब सामने आया है जब अमेरिकी सरकार यूजर्स की प्राइवेसी और नेशनल सिक्योरिटी को देखते हुए इस पर बैन लगाने की प्लानिंग कर रही है. बता दें कि पिछले सप्ताह, मिसौरी के सीनेटर जोश हॉली का अमेरिकी सरकार के स्मार्टफोन पर टिकटॉक को बैन करने का बिल सीनेट में पारित किया गया था, और इस सप्ताह सरकारी कर्मचारियों के स्मार्टफोन पर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाते हुए हाउस ऑफ रिप्रेंजेंटेटिव्स में इसे पारित किया जाएगा.
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