डीएनए हिंदी: Koo App से भारत में शायद ही अब कोई अनजान हो. बहुत कम यह समय में भारत के इस पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने बड़ा मुकाम हासिल किया है. कू एप लगातार नए-नए बेहतरीन फीचर पेश कर रहा है, जिस वजह से सोशल मीडिया के पुराने दिग्गजों के सामने लगातार चुनौतियां खड़ी हो रही हैं. कू ऐप की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब इसका इस्तेमाल नाइजीरिया में भी हो रहा है. भविष्य में इस ऐप का इस्तेमाल दुनिया के अन्य देशों में भी होता नजर आने वाला है.
Koo App की मौजूदा ग्रोथ और भविष्य को लेकर बनाई गई योजनाओं को लकेर Koo App के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण कहते हैं कि अगला दशक हमारा है. उन्होंने यह बात गुजरात के गांधीनगर में डिजिटल इंडिया वीक कार्यक्रम के दौरान कही. भारत सरकार द्वारा आयोजित इस डिजिटल इंडिया सप्ताह का शुभारंभ सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. कार्यक्रम के दूसरे दिन स्टार्टअप कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के तमाम तकनीकी स्टार्टअप्स ने शिरकत की और पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने के मुताबिक ही अपनी भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की.
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इस दौरान 'कैटलाइजिंग न्यू इंडिया टेकेड' के अंतर्गत भारत और विश्व के लिए तकनीकी निर्माण विषय पर एक दिलचस्प सत्र का आयोजन किया गया. इसमें तमाम नए स्टार्टअप्स के साथ ही कू ऐप के सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने भी हिस्सा लिया और तकनीक के जरिए भारत को आगे ले जाने की योजना के साथ ही इस स्वदेशी सोशल मीडिया मंच की ताकत से रूबरू कराया. इसके बाद उन्होंने अपनी कू पोस्ट में लिखा, "गांधीनगर में डिजिटल इंडिया वीक में हिस्सा लिया! यहां पर कितना सकारात्मक माहौल है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और अश्विनी वैष्णव द्वारा सभी बेहतरीन नई डिजिटल पहल की लॉन्चिंग का गवाह बनना शानदार रहा. अगला दशक हमारा है 🙂. #indiastechade #diw2022"
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Koo App: इस देश में भी इस्तेमाल किया जा रहा कू-ऐप, कंपनी के CEO बताया आगे क्या है योजना