डीएनए हिंदीः इंटरनेट और सोशल मीडिया पर एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि भारत सरकार व्हाट्सएप चैट की निगरानी (Govt Whatsapp Chat Monitoring) करेगी और लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी करेगी. अगर आपको भी यह मैसेज मिला है तो सावधान हो जाइए. यह मैसेज फेक है. प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो द्वारा किए गए फैक्ट चेक (PIB Fact Check) में पाया है कि इस मैसेज में दी गई जानकारी पूरी तरह से गलत है. इस मैसेज में यह भी कहा गया है कि सरकार ने इसके लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्वीट में स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है.
A message circulating on social media claims the Government of India has released a new #WhatsApp guideline to monitor chats and take action against people #PIBFactCheck :
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 22, 2022
▶️This message is #FAKE
▶️The Government has released no such guideline pic.twitter.com/vSbGXESmce
पीआईबी फैक्ट चेक के ट्वीट (PIB Fact Check Tweet) में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर फैल रहे एक मैसेज में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने चैट की निगरानी और लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक नया व्हाट्सऐप गाइडलाइन जारी की है, पीआईपी फैक्ट चेकः यह संदेश फेक हैः सरकार ने ऐसी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है. मौजूदा समय में व्हाट्सएप भेजे गए संदेश के लिए सिंगल टिक, डिलीवर किए गए संदेश के लिए डबल टिक और संदेश पढ़ने के लिए ब्लू डबल टिक दिखाता है. अंतिम ऑप्शनल है और यदि यूजर चाहे तो इसे बंद कर सकता है.
Home Loan EMI: एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने होम लोन किया महंगा, 0.50 फीसदी बढ़ाई ब्याज दर
फेक सर्कूलेशन में क्या किया गया है दावा
दिलचस्प बात यह है कि नकली सर्कूलेशन किसी संदेश के लिए टिकों की संख्या को कुछ रैंडम एक्शंस से जोड़ता है. उदाहरण के लिए- व्हाट्सऐप मैसेज के लिए तीन ब्लू टिक, यह कहता है, इसका मतलब होगा कि सरकार ने आपके संदेश पर ध्यान दिया है. यदि टिकों की संख्या 2 नीला और 1 लाल है, तो इसका मतलब है कि सरकार आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. जबकि एक ब्लू टिक और दो रेड टिक यह सुझाव देंगे कि सरकार आपके डेटा की जांच कर रही है. और तीन लाल निशान इंगित करेंगे कि सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है और आपको अदालत से एक सम्मन प्राप्त होगा. ध्यान दें कि यह सब नकली, झूठा, असत्य और हास्यस्पद है. ऐसे संदेशों के झांसे में न आएं. साथ ही, मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप का दावा है कि संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं और इसे अन्य लोग, यहां तक कि व्हाट्सएप भी नहीं पढ़ सकते हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
आपके WhatsApp Chat पर नजर रखेगी सरकार, जानें कितनी है इस बात में सच्चाई