डीएनए हिंदी: सीसीआई के साथ लंबे टकराव के बाद अब Google ने कहा कि वह भारत में डिवाइस निर्माताओं को प्री-इंस्टॉलेशन के लिए अपने व्यक्तिगत ऐप्स को लाइसेंस देने की अनुमति देगा और उपयोगकर्ताओं को अपना डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन चुनने का विकल्प देगा. एंड्रॉइड सिस्टम कैसे चलेगा, इसको लेकर भी गूगल बड़ बदलाव करने वाला है.

बता दें कि यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है जब सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले सप्ताह एंटीट्रस्ट निर्देशों को बरकरार रखने के बाद आया है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के फैसले के खिलाफ Google की चुनौती को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया गया था. गूगल पर आरोप लगे हैं कि कंपनी ने अपनी बाजार स्थिति का दुरुपयोग किया है. ऐसे में गूगल भारतीय बाजार में नए सिरे से काम करने की प्लानिंग कर रहा है.

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Google ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि पारिस्थितिकी तंत्र में इन परिवर्तनों का कार्यान्वयन एक जटिल प्रक्रिया होगी और इसके लिए हमारी तरफ से महत्वपूर्ण कदम उठाएं जाएंगे. काम की आवश्यकता होगी और कई मामलों में भागीदारों, मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) और डेवलपर्स के महत्वपूर्ण प्रयासों की आवश्यकता होगी. 

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गौरतलब है कि सीसीआई ने अक्टूबर में फैसला सुनाया कि अल्फाबेट इंक के स्वामित्व वाले Google ने एंड्रॉइड में अपनी प्रमुख स्थिति का फायदा उठाया और इसे डिवाइस निर्माताओं पर प्रतिबंध हटाने के लिए कहा है. इसके साथ ही सीसीआई ने Google पर 161 मिलियन डॉलर का जुर्माना भी लगाया है. 

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Google will change android india setback after supreme court and cci 161 million fine
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भारत में Android ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलाव करेगा Google, सीसीआई ने लगाया था 161
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Google will change android india setback after supreme court and cci 161 million fine
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Android में बदलाव करेगा Google, सीसीआई ने लगाया था 161 मिलियन डॉलर का जुर्माना