डीएनए हिंदी: मॉनसून (Monsoon) का मौसम शुरू हो गया है और देश के अलग-अलग इलाकों में जमकर बारिश हो रही है. ऐसे में लोग इस मौसम में खूब घूमने जाते हैं. खास बात यह है कि लोग यात्रा के लिए लोग अपनी ही कार पहाड़ों पर ले जाना पसंद करते हैं जिससे कई बार दुर्घटनाएं भी बड़ी हो जाती हैं. ऐसे में अगर आप अपनी कार से पहाड़ों के टूर पर जाने की प्लानिंग (Driving Tips) कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की हो सकती है.
दरअसल, बारिश के मौसम में पहाड़ों पर भूस्खलन की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं. इसके अलावा सड़कों पर भी ड्राइविंग के लिए प्रतिकूल मौसम होता है. इसलिए आपको पहाड़ों पर बारिश के दौरान ड्राइविंग करते हुए कुछ खास बातों का ध्यान रखना ही चाहिए.
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1- चेक करें कार के इलेक्ट्रिक फीचर्स
आज के वक्त में कारों के लगभग सभी फंक्शन और फीचर्स इलेक्ट्रिक ही हो गए हैं. ऐसे में यदि उनमें जरा-सा भी पानी गया तो गाड़ी में शॉर्ट-सर्किट हो जाता है. ऐसे में आवश्यक है कि आप अपनी कार के सभी फीचर्स और खासकर इलेक्ट्रिक फीचर्स पहले ही चेक कर लें. इनमें गाड़ी के एयर कंडीशनिंग सिस्टम, से लेकर पावर विंडो, इंडीकेटर्स, हेडलाइट्स, टेल लैंप्स, ब्रेक लाइट्स, हजार्ड लाइट्स, चार्जिंग सॉकेट, डैश पर मालफंक्शनिंग लैंप, स्पीडो, फ्यूल गॉज, वाइपर्स और मिरर एडजस्टर शामिल हैं.
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2- बारिश में धैर्य दिखाएं
वहीं यदि आप बारिश के मौसम में पहाड़ों पर ड्राइविंग करते हैं तो आपको अधिक संयम और सक्रिय होना होगा. बारिश के मौसम में पहाड़ों की गीली सड़कों पर ट्रैक्शन कम देखने को मिलता है. वहीं सरफेस का तापमान भी इस दौरान सामान्य से कम हो जाता है. ऐसे में टायरों को गर्म होने में अधिक समय लगता है. ऐसे में आवश्यक है कि आप कार धीमे चलाएं. सड़कों का तापमान भी इस दौरान कम होता है और इसलिए टायरों को गर्म होने में समय लगता है. ऐसे में आपके लिए आवश्यक है कि आफ पहाड़ों पर बारिश के दौरान धुमावार सड़कों पर यू-टर्न पर गाड़ी को धीमे चलाएं.
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3- डिफॉगर की क्या है कंडीशन
मानसून के सीजन में सबसे बड़ी परेशानी विंडस्क्रीन में फॉग को लेकर होती है और यदि आप का पहाड़ों पर ड्राइविंग का अनुभव कम है तो आपके लिए मुश्किलें और अधिक हो सकती है क्योंकि इस समस्या के साथ पहाड़ों पर गाड़ी चलाना किसी के लिए भी मुश्किल हो जाता है. इसलिए आपको अपनी कार का डिफॉगर मोड अवश्य चेक कर लेना चाहिए. आपको बता दें कि किसी भी गाड़ी के एयरकंडीशनिंग की सेटिंग्स में जाकर एयर कंडीशनर को ऑन कर सकते हैं और इसे सहज तापमान सेट करके आप डिफॉगर मोड ऑन कर सकते हैं.
ऐसे में आपको किसी भी कीमत पर फॉगिंग की समस्या नहीं आएगी. आपको बता दें कि कुछ ऐसी ही सुविधा आपको कई कारों के रियर ग्लास में भी मिलती है. ऐसे में आप रियर ग्लास को भी फॉगिंग की समस्या से दूर रख सकते हैं.
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4- ड्राइविंग के दौरान ऑन हो हेड लाइट्स
मानसून के सीजन में यदि आप पहाड़ों पर ड्राइविंग कर रहे हैं तो आपको हेडलाइट्स को लो बीम पर ऑन रखना चाहिए. मॉडर्न कारों में डीआरएल मौजूद होते हैं जिससे आसानी से कारों का पता चलता रहता है. बारिश के चलते कई बार ड्राइविंग के दौरान विजिबिलटी प्रभावित होती है.
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वहीं ड्राइविंग के दौरान यह ध्यान रखना भी आवश्यक है कि आपके हेडलाइट्स लो बीम पर ही ऑन रहें क्योंकि यूजर्स अगर हेडलाइट्स को हाई बीम पर जलाते हैं तो इससे सामने वाले शख्स को दिखने में काफी परेशानी हो सकती है और इसके चलते एक्सीडेंट भी हो सकता है. इसलिए खास बात ये है कि इस तरह की स्थिति में हेडलाइट्स लो बीम पर ही ऑन रहें.
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5- ब्रेक और गियर का सही इस्तेमाल
यदि आप का पहाड़ों पर ड्राइविंग का अनुभव कम है तो आफको ड्राइविंग करने से बचना चाहिए या फिर किसी एक्सपर्ट की मौजूदगी में ही ड्राइविंग करनी चाहिए क्योंकि पहाड़ पर एक छोटी सी गलती आपको बड़े जोखिम में डाल सकती है. इसलिए ड्राइविंग के वक्त आपको गियर और ब्रेक के इस्तेमाल की सही जानकारी होना आवश्यक है. पहाड़ी इलाके के रास्ते खड़े ढलान और खतरनाक मोड़ से भरे होते हैं.
ध्यान रहे कि खड़ी ढलान पर चढ़ते या नीचे उतरते समय ब्रेक का उपयोग कम करें और दूसरे या तीसरे गियर का इस्तेमाल करें. खास बात यह है कि आपको कभी भी ढलान से नीचे उतरने के समय अचानक ब्रेक नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे आपको गाड़ी के पीछे किसी दूसरी गाड़ी से टक्कर लग सकती है और इससे एक बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है.
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