डीएनए हिंदी: हम सभी को पता है कि नया सीम लेने के लिए KYC करना पड़ता है. लेकिन कई बार हमारे दस्तावेज़ों का फ़ायदा दूसरे लोग भी उठा रहे होते हैं. जिसके बारे में हमें भनक ही नही होती. ज़रा सोचकर आपके ID card पर कई ऐसे SIM Card भी एक्टिव हों, जिनके बारे में आपको दूर-दूर तक भनक ही ना हो. तो आपको झटका लग सकता है. नियम के मुताबिक एक ID कार्ड पर सिर्फ़ 9 SIM Card ही खुल सकते हैं. लेकिन Department of Telecommunication ने अब इसमें बदलाव कर दिया है.
Department of Telecommunication ने 7 दिसंबर को एक नोटिफिकेशन जारी किया है. जिसमें विभाग ने आदेश दिया है कि जम्मू-कश्मीर, असम सहित उत्तर पूर्व राज्य की ID पर सिर्फ़ 6 सिम ही एक्टिवेट होंगे. यदि किसी के पास 9 से ज़्यादा SIM मिले तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होगी. वहीं ग्राहकों को अपना SIM एक्टिव रखने के लिए अपने card फिर से वैरिफाई करवाना होगा. इसके लिए ग्राहकों को 60 दिन का वक्त दिया जाएगा और इंटर्नैशनल रोमिंग, बीमार और विकलांग ग्राहकों को 90 दिन का वक्त मिलेगा. अगर ग्राहक अपने SIM Card वैरिफाई नही करवाते हैं तो ऐसी स्थिति में उनके SIM बंद कर दिए जायेंगे.
ID पर कितने SIM Card कर पायेंगे एक्टिवेट
अगर आपके पास भी कोई ऐसा SIM Card है जिसका इस्तेमाल आप लंबे समय से नही कर रहे हैं तो जल्द ही आपको इसका नुक़सान हो सकता है. जैसे आपके रजिस्टर्ड SIM से कोई गैर क़ानूनी गतिविधि चल रही हो. जिससे आपको खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. इसलिए आपका यह जानना भी बेहद जरूरी है कि कहीं आपका SIM कोई और तो इस्तेमाल नही कर रहा है.
ID पर कितने SIM Card रजिस्टर्ड हैं
Department of Telecommunication ने आपको किसी भी होने वाले जालसाज़ी से बचाने के लिए Telecom Analytics for fraud management and consumer protection तैयार किया है. इसके लिए उन्होंने एक पोर्टल भी बनाया है जिससे आप आसानी से पता कर सकते है कि आपकी ID पर कितने SIM चालू हैं. इस बारे में पता करने के लिए आपको https://www.tafcop.dgtelecom.gov.in/ इस लिंक पर क्लिक करना होगा. उसके बाद अपना वर्तमान मोबाइल नम्बर डालें. जिसपर एक OTP आएगा, इस OTP को डालने के बाद एक लिस्ट सामने आएगी. इस लिस्ट में आपके सभी लिंक्ड SIM की जानकारी रहेगी. अब आप जिस नम्बर को इस्तेमाल नही कर रहे हों, उस नम्बर को ब्लॉक कर सकते हैं. वहीं ग्राहक को एक ट्रैकिंग ID मिलेगी. जिसका इस्तेमाल करके ग्राहक अवैध नम्बर जारी करने वाले के ख़िलाफ़ ऐक्शन ले सकता है.
- Log in to post comments