डीएनए हिंदी: केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा बकरी पर फ्रोजन स्पर्म तकनीक का परीक्षण सफल हो गया. बकरी ने मेमने को जन्म दिया है. वैज्ञानिकों का बकरी के कृत्रिम गर्भाधान का यह पहली ही टेस्ट था, जिसमें वैज्ञानिकों को सफलता मिली है. इस तकनीक से बकरी पालन की विकास दर को बढ़ाने काफी मदद मिलेगी.
बकरी पालन के क्षेत्र में आएगी क्रांति
बकरी पर किए गए फ्रोजन स्पर्म तकनीक में सफलता मिलने पर वैज्ञानिकों ने दावा किया कि यह बड़ी कामयाबी है. उन्होंने बताया कि जिस बकरी पर इसका परीक्षण किया गया था. वह बकरी और मेमना दोनों अब तक स्वस्थ हैं. उनके स्वास्थ्य को लेकर टीम लगातार नजर बनाए हुए है. इस तकनीक के कामयाब होना बकरी पालन क्षेत्र में बड़ी संभावना ला सकेगा.
छह माह में मिली बड़ी कामयाबी
कृषि अनुसंधान परिषद की अनुषांगिक शाखा केंद्रीय बकरी अनुसंधान के वैज्ञानिक पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि लेप्रोस्कोपिक तकनीक से बकरी को छह माह पूर्व जुलाई में गर्भाधान किया गया था. बकरी ने दो दिसंबर को मेमने को जन्म दिया. यह परीक्षण सफल रहा.
दूरबीन तकनीक से कराया गया गर्भाधान
इस परीक्षण को करने वाली वैज्ञानिकों की टीम के प्रभारी डॉक्टर योगेशन कुमार ने बताया कि बकरी का कृत्रिम गर्भाधान दूरबीन तकनीक द्वारा किया गया. इस तकनीक इस्तेमाल कर गर्भाधान के लिए उच्च कोटि के नर बकरों के सीमेन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसे बकरी पालन के क्षेत्र में उन्नती जाएगी.
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Frozen Sperm की मदद से बकरी बनी मां, पहले ही टेस्ट में कामयाब हुए वैज्ञानिक