डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. भाजपा नेताओं के निशाने पर खासतौर पर मुख्तार अंसारी जैसे नेता रहे हैं. अब मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी विवादों में घिर गए हैं.
दरअसल अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) ने घोसी में चुनाव प्रचार के दौरान मंच से अधिकारियों को धमकी देते हुए सरकार बनते ही 'हिसाब-किताब' की बात कही.
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अब्बास अंसारी ने कहा, "समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय अखिलेश यादव जी से यह कह कर आया हूं कि 6 महीने तक किसी की ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगी भैया. जो यहां है, वो यहां ही रहेगा. पहले हिसाब-किताब होगा उसके बाद उनके जाने के सर्टिफिकेट पर मोहर लगाया जाएगा."
देखिए वीडियो
#WATCH | I've told SP chief Akhilesh Yadav that no transfers or postings will happen for 6 months as 'hisab kitab' will happen with them first and only then their transfer certificates will be stamped: Abbas Ansari, SP alliance candidate from Mau seat, Uttar Pradesh (03.03.2022) pic.twitter.com/NQ9farLMov
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 4, 2022
पुलिस ने दर्ज किया केस
अब्बास अंसारी के इस विवादित वीडियो के वायरल होने पर मऊ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मऊ के एसपी घुले सुशील ने मीडिया को बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मऊ सदर निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार अब्बास अंसारी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है. हमने आगे की कार्रवाई के लिए रिटर्निंग ऑफिसर को रिपोर्ट सौंप दी है.
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ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के प्रत्याशी है अब्बास
मुख्तार अंसारी बहुत लंबे समय के बाद घोसी के चुनाव मैदान से बाहर हैं लेकिन इसबार यहां उनकी विरासत उनके बेटे अब्बास के कंधे पर है. सीधे तौर पर मुख्तार को लेकर कोई सपा को न घेरे इसलिए अखिलेश के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अब्बास अंसारी सियासी रण में उतरे हैं.
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