डीएनए हिंदी: देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में बढ़ते प्रदूषण स्तर की वजह से GRAP का फेज 4 लागू कर दिया गया है. सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर की हवा में प्रदूषण का जहर घुला हुआ है. सुबह 8 बजे दिल्ली का प्रदूषण स्तर 449 की गम्भीर श्रेणी में था, वहीं नोएडा का प्रदूषण स्तर 418 की गम्भीर श्रेणी में है. ऐसे में सरकारी दावों और उपायों का क्या हुआ?

दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण से लड़ने के लिए सरकारों ने स्मॉग टावर पर करोड़ो खर्च किये हैं. जहां दिल्ली में दो विशालकाय स्मॉग टावर 19-19 करोड़ में लगे हैं. तो नोएडा में भी ढाई करोड़ की कीमत का 1 स्मॉग टावर लगा है. 

ये भी पढ़ें - 'ठग' सुकेश के दावे पर LG का बड़ा ऐक्शन, हटाए गए तिहाड़ जेल के डीजी

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीते 14 अक्टूबर को जब दिल्ली का प्रदूषण स्तर (AQI) 186 की मोडरेट श्रेणी में था, तब सरकार की पीठ थपथपाते हुए दावा किया था कि स्मॉग टावर दिल्ली की हवा के लिए अमृत साबित हो रहे हैं और कनॉट प्लेस में लगा स्मॉग टॉवर तो 50 मीटर के रेडियस में 70-80% हवा को शुद्ध कर देता है.

दावा तो ये भी किया गया कि 20 करोड़ में बना यह टॉवर 300 मीटर तक 15 से 20% हवा साफ करता है. हालांकि, 1 वर्ष पहले उदघाटन के समय दावा किया गया था कि स्मॉग टॉवर 1 किलोमीटर दूरी तक हवा को साफ करेगा.

सरकारी दावों की हक़ीक़त जानने के लिए दिल्ली-नोएडा के करोड़ो की लागत में बने विशालकाय स्मॉग टावरों पर रियलिटी चेक में स्मॉग टॉवर के ठीक बाहर Ground Reality Check में पाया गया कि करोड़ो में बने स्मॉग टावर प्रदूषण स्तर को कम करने में पूरी तरह निष्प्रभावी हैं और स्मॉग टावर के बाहर का AQI शहर के औसतन AQI से भी ज्यादा है.

ये भी पढ़ें - 'पंजाब की पराली से गैस चैंबर बनी दिल्ली', LG ने भगवंत मान को लिखा पत्र

सरकार की आंखे खोलने वाली ग्राउंड रिपोर्ट

दिल्ली का औसतन AQI 400 के पार है. हवा में जहर है, आसमान ने धुंध की चादर है, मुंह पर मास्क लगा हुआ और बीचों बीच दिल्ली के कनॉट प्लेस में विशालकाय स्मॉग टावर खड़ा है. यह टावर 20 करोड़ रुपये में बना था और तेज हवा फेंकने वाला कथित रूप से हवा को शुद्ध करने वाला यह टावर रोज़ 12 घण्टे सुबह 9 से रात 9 तक चलता है लेकीन क्या प्रदूषण कम करता है? रियलिटी Check कह रहा नहीं! क्योंकि स्मॉग टावर के ठीक बाहर AQI है 550 के पार है और शहर का औसतन AQI है 400 से 450 के बीच में है वहीं सबसे नजदीकी AQI केंद्र भी प्रदूषण स्तर को 450 से ज्यादा नहीं बता रहा.

नोएडा के स्मॉग टावर का हाल

दिल्ली के बाद नोएडा सेक्टर 16 में स्थित स्मॉग टावर 3 करोड़ में बना विशाल स्मॉग टॉवर है. ये चल रहा है या नहीं ये नहीं पता लेकिन काम क्या कर रहा है यह आप खुद देख लीजिए. शहर का औसतन AQI है 417, नजदीकी केंद्र का AQI है 404 लेकिन रियलिटी चेक में हमने स्मॉग टॉवर के बिल्कुल पास खड़े होकर पाया AQI 500 के पार था.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
delhi pollution Smog towers are ineffective to reduce pollution
Short Title
प्रदूषण कम करने में बेअसर हैं स्मॉग टावर, करोड़ों का खर्च गया पानी में?
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Smog Tower in Delhi
Caption

Smog Tower in Delhi

Date updated
Date published
Home Title

प्रदूषण कम करने में बेअसर हैं स्मॉग टावर, करोड़ों का खर्च गया पानी में?